केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला की ऑपरेशन सिंदूर वाली टिप्पणी की तीखी आलोचना की। उन्होंने उन पर राष्ट्रीय हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि जनता स्वार्थी राजनीति करने वाले नेताओं से दूर हो रही है। इससे पहले, फारूक अब्दुल्ला ने कहा था मुझे उम्मीद है कि ऐसा कुछ (ऑपरेशन सिंदूर) नहीं होगा। इससे (ऑपरेशन सिंदूर) कुछ नहीं निकला। हमारे लोग मारे गए। हमारी सीमाओं से समझौता किया गया। मुझे उम्मीद है कि दोनों देश अपने संबंधों को सुधारेंगे। यही एकमात्र रास्ता है। मैं वाजपेयी जी की बात दोहराना चाहता हूँ, दोस्त बदले जा सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, कीर्ति वर्धन सिंह ने एएनआई से कहा कि कई लोग राष्ट्रहित को ध्यान में नहीं रखते, और उनकी दृष्टि यहीं तक सीमित रहती है। अपनी स्वार्थी राजनीति को कैसे ज़िंदा रखा जाए; यह दुखद बात है, लेकिन ऐसे में जनता उन्हें नकार रही है, और बिहार चुनाव ने स्पष्ट कर दिया है कि वे देश की मज़बूती के लिए, देश के भविष्य के लिए वोट करेंगे।
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इस बीच, सिंह, जो केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री भी हैं, ने 10 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला विस्फोट के बाद सुरक्षा स्थिति पर भी बात की। इस विस्फोट में 12 लोगों की जान चली गई थी और बाद में सरकार ने इसे आतंकवादी घटना घोषित कर दिया था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमले में शामिल सभी आरोपियों को कानून की पूरी सज़ा मिलेगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि (आतंकवादी) मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया जा रहा है और आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के बाद आपत्तिजनक सामग्री बरामद करने के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जांच जारी है तथा सभी आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। हमारी सरकार सभी स्तरों पर आरोपियों को बेनकाब करेगी… हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते कि आरडीएक्स कब और कैसे लाया गया। यह यहां वर्षों से हो सकता है। जांच चल रही है। मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया जा रहा है। ड्रग्स बरामद किए जा रहे हैं… यह हमारी एजेंसियों की सफलता है कि इतनी बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया।
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फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की एक टीम रविवार को फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े चल रहे सत्यापन अभियान के तहत एक युवक को अल-फलाह विश्वविद्यालय लेकर आई। मामले की जाँच अभी भी जारी है।

