हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा जीवन में आगे बढ़े। अब वह समय नहीं रहा जब केवल पढ़ाई को ही महत्व दिया जाता था। आज खेलकूद और सामाजिक कौशल भी उतने ही महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इस बदलते समय में बच्चों को ऑलराउंडर बनाना आवश्यक हो गया है। यहां कुछ पेरेंटिंग टिप्स दिए गए हैं, जिनका पालन करके आप अपने बच्चे की सही परवरिश कर सकते हैं।
1. बच्चे के इंटरेस्ट को पहचानें
हर बच्चा अद्वितीय होता है और उसकी पसंद-नापसंद भी। माता-पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चे को समाज के बनाए ढांचे में फिट करने के बजाय उसकी रुचियों को समझें। बच्चे से बातचीत करें, उसके हुनर को पहचानें और उसी दिशा में उसे प्रोत्साहित करें। यदि आप उसके रूटीन में उसकी पसंदीदा चीजें शामिल करते हैं, तो वह खुशी-खुशी अपने सभी काम करेगा।
2. बच्चों का लाइफस्टाइल सुधारें
बेहतर जीवन के लिए सबसे पहले लाइफस्टाइल में बदलाव लाना जरूरी है। इसमें बच्चे का खानपान और रहन-सहन शामिल हैं। माता-पिता को चाहिए कि वे बचपन से ही उनकी डाइट का ध्यान रखें और उसमें पौष्टिक घर का खाना शामिल करें। इसके अलावा, बच्चों के सोने और उठने का समय भी नियमित करें। ये छोटी-छोटी स्वस्थ आदतें उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखेंगी।
3. अलग-अलग एक्टिविटीज में करें बच्चों को शामिल
यदि आप बच्चे को ऑलराउंडर बनाना चाहते हैं, तो उसे केवल पढ़ाई में नहीं उलझाना चाहिए। माता-पिता का दायित्व है कि बच्चे के रूटीन में पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को शामिल करें। अगर बच्चे को डांस, संगीत, कला या खेल पसंद है, तो उसकी क्लासेज में दाखिला कराएं। उसे नई-नई हॉबीज ट्राई करने के लिए प्रेरित करें, ताकि वह अधिक सीख सके।
4. बचपन से ही सिखाएं टाइम मैनेजमेंट
समय का सही उपयोग, यानी टाइम मैनेजमेंट, एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है। इसे बचपन से सिखाना आवश्यक है। बच्चों को समय के महत्व के बारे में बताएं और उन्हें हर काम समय पर करने की आदत डालें। इसके लिए एक प्रॉपर टाइम टेबल बनाएं, जिसमें उनकी सभी गतिविधियाँ और फ्री टाइम शामिल हों। ध्यान रखें कि टाइम टेबल ऐसा हो कि उसे फॉलो करना बच्चा बोझिल न समझे।
5. बच्चे में डेवलप करें पॉजिटिव माइंडसेट
बच्चों में सकारात्मक सोच का विकास करना बहुत जरूरी है। इसके लिए उन्हें मुश्किल सिचुएशनों का सामना करना सिखाएं। केवल जीत को ही नहीं, बल्कि हार को भी सकारात्मक रूप में लेने की शिक्षा दें। समय-समय पर उन्हें मोटिवेट करने के लिए प्रेरक किताबें, फिल्में, इंटरव्यू और कहानियाँ सुनाएं।
इन सरल तरीकों से आप अपने बच्चे को न केवल एक सफल व्यक्ति बना सकते हैं, बल्कि उसे जीवन के विभिन्न पहलुओं में भी उत्कृष्टता हासिल करने के लिए तैयार कर सकते हैं।