बिहार में हत्याओं और व्यापारियों पर हमलों की बढ़ती घटनाओं के बीच, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश कुमार सरकार पर सवाल उठाए हैं, जिससे सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में बेचैनी बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर एक तीखी पोस्ट में चिराग पासवान ने लिखा कि बिहारियों को अब और कितनी हत्याओं का सामना करना पड़ेगा? बिहार पुलिस की ज़िम्मेदारी क्या है, यह समझ से परे है।
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चिराग की यह टिप्पणी पटना में आपराधिक घटनाओं की बाढ़ के बीच आई है, जिसमें हाल ही में प्रमुख व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या, उसके बाद किराना व्यापारी विक्रम झा की हत्या और बालू व्यापारी रमाकांत यादव की हत्या शामिल है, जिससे व्यापारिक समुदाय में भय का माहौल है। तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेताओं सहित विपक्षी नेता बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं, वहीं एनडीए के सहयोगी चिराग पासवान की टिप्पणी सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर बेचैनी का संकेत देती है।
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चिराग से पहले, लोजपा (आरवी) खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि वर्तमान प्रशासन के तहत बिहार में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, जिसके बाद जदयू नेता और बिहार के मंत्री महेश्वर हजारी ने तीखा पलटवार किया और चिराग से यह स्पष्ट करने को कहा कि वह गठबंधन में बने रहना चाहते हैं या नहीं। गौरतलब है कि चिराग के बहनोई और जमुई के सांसद अरुण भारती ने भी हाल ही में बिहार में बढ़ते अपराध की आलोचना करते हुए कहा था कि जमीनी हकीकत को नजरअंदाज करते हुए “आप देश के लिए धृतराष्ट्र नहीं बन सकते”।