बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (आईसीटी) ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सजा-ए-मौत का फैसला सुनाया है। हसीना को मानवता के खिलाफ अपराध में दोषी करार दिया है। 453 पेज के आदेश में आईसीटी ने बांग्लादेश के पूर्व गृहमंत्री असादुजमां खान कमाल को भी मौत की सजा सुनाई है।कट्टरपंथी जमात के युवा बुलडोजर लेकर हसीना के पिता बंगबंधु शेख मुजीब के ढाका के धानमंडी इलाके में स्थित घर को ढहाने पहुंच गए। लेकिन पुलिस ने खदेड़ दिया। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप में बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरुद्ध फैसले को पीड़ितों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया, लेकिन मृत्युदंड दिए जाने पर खेद भी व्यक्त किया।
इसे भी पढ़ें: Pakistan 2.0 में तब्दील होने को बांग्लादेश बेताब!1971 में पिता और 2025 में अब बेटी के लिए फिर दुनिया हिलाने वाला है भारत?
युनूस सरकार को UN की फटकार
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को यहां दैनिक प्रेस वार्ता में कहा कि गुतारेस संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क के इस रुख से पूरी तरह सहमत हैं कि हम किसी भी परिस्थिति में मृत्युदंड के इस्तेमाल के खिलाफ हैं। दुजारिक बांग्लादेशी अदालत द्वारा हसीना को उनकी अनुपस्थिति में मौत की सजा सुनाए जाने पर संरा महासचिव की प्रतिक्रिया से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रवक्ता रवीना शमदासानी ने एक बयान में कहा कि हसीना और पूर्व गृह मंत्री के खिलाफ न्यायाधिकरण द्वारा सुनाया गया फैसला पिछले साल विरोध प्रदर्शनों के दमन के दौरान किए गए गंभीर उल्लंघनों के पीड़ितों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा, हमें मृत्युदंड लागू करने पर भी खेद है, जिसका हम सभी परिस्थितियों में विरोध करते हैं।
इसे भी पढ़ें: मौत की सजा पर ऐसा भड़की शेख हसीना, भारत से ही युनूस को दे दी लास्ट वार्निंग
बांग्लादेश पर भारत का तगड़ा एक्शन
भारत और बांग्लादेश के बीच में तनाव वैसे भी कम नहीं है। शेख हसीना पर फैसला आने के बाद से वैसे भी दोनों देश टकराव की स्थिति में हैं और इन सबके बीच अब खबर आई है कि भारत ने बांग्लादेश पर बड़ा एक्शन ले लिया है। यह एक्शन हुआ है एक जल क्षेत्र में। भारतीय कोस्ट गार्ड्स ने जानकारी दी है कि उसने बांग्लादेश के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लेते हुए भारतीय ईजेड इलाके में 15-16 नवंबर को एक बड़ा ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान उन्होंने बांग्लादेश के फिशिंग बोट्स इसके साथ-साथ 79 लोगों को गिरफ्तार भी किया है जो अवैध रूप से भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे और अवैध गतिविधियां कर रहे थे। दरअसल यह फिशिंग बोट्स लेकर भारतीय जल क्षेत्र में आके यहां इललीगल फिशिंग का काम कर रहे थे और इसी दौरान भारतीय कोस्ट गार्ड्स ने यह एक्शन लिया। उनके पास भारतीय जल क्षेत्र में इस तरह के किसी भी काम का इजाजत नहीं था। ना ही उनके पास किसी तरह का परमिशन था। जिसके बाद तमाम वेसल्स और क्रू को गिरफ्तार कर लिया गया। इन गिरफ्तारियों के बाद इन्हें वेस्ट बंगाल मरीन पुलिस को सौंप दिया गया है।

