ओम प्रकाश राजभर एक भारतीय राजनीतिज्ञ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष हैं। वे उत्तर प्रदेश के जहूराबाद निर्वाचन क्षेत्र से 18वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य हैं। ओम प्रकाश राजभर भारतीय राजनीति के सामान्य पर्यवेक्षकों के लिए कोई जाना-पहचाना नाम नहीं हैं। फिर भी, राजभर दो बार विधायक और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हैं, जिन्हें कई लोग एक मुखर व्यक्तित्व और पूर्वी उत्तर प्रदेश के एक प्रभावशाली ज़मीनी नेता के रूप में जानते हैं। और अब वह अपना ध्यान पूर्व की ओर, बिहार की ओर मोड़ रहे हैं।
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भाजपा सहयोगी ओम प्रकाश राजभर की चेतावनी
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बनती है, तो उनकी पार्टी आगामी बिहार चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने के लिए तैयार है।
बलिया जिले के रसड़ा में स्थित अपनी पार्टी के मुख्यालय में शुक्रवार शाम पत्रकारों से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री राजभर ने कहा, हमारी पहली प्राथमिकता राजग के साथ गठबंधन के तहत चुनाव लड़ना है।
अगर NDA से बात नहीं बनी तो बिहार में अकेले चुनाव लड़ेंगे
बातचीत लगभग 70 प्रतिशत तक पूरी हो चुकी है और 30 प्रतिशत बाकी है।
उन्होंने कहा, हालांकि, हम दूसरे विकल्प की भी तैयारी कर रहे हैं। अगर बिहार के कुछ नेताओं के दबाव के कारण कोई समझौता नहीं हो पाता है, तो हम स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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राजभर ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल नहीं होगी। उन्होंने कहा, कई पार्टियां इंडिया गठबंधन में सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं और उनमें से कुछ के साथ बातचीत जारी है। अगर भाजपा के साथ बातचीत सफल नहीं होती है, तो हम एक अलग मोर्चा बनाकर चुनाव लड़ेंगे। हम 156 सीटों पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी भारत की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, जब राहुल गांधी विदेश यात्रा करते हैं, तो वह भारत की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं और चुनाव आयोग पर हमला करते हैं। लेकिन जब उनकी पार्टी चुनाव जीतती है, तो वह कभी ऐसी चिंता जाहिर नहीं करते। अगर उन्हें लगता है कि चुनावों में धांधली हुई थी, तो उन्हें खुलकर ऐसा कहना चाहिए और सबूत पेश करने चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी को बिहार में हार का आभास हो गया है, इसलिए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की तरह बेबुनियाद बयान देना शुरू कर दिया है।