
भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 का तीसरा संस्करण मंगलवार से शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिए चार दिवसीय विशाल कार्यक्रम का उद्घाटन किया। भारत ऊर्जा सप्ताह (IEW) 2025 ऊर्जा सुरक्षा, परिवर्तन और नवाचार जैसे विषयों पर वैश्विक बहस के केंद्र में होगा।
भारत ऊर्जा सप्ताह में प्रधानमंत्री मोदी का वर्चुअल संबोधन।
भारत ऊर्जा सप्ताह में प्रधानमंत्री मोदी का वर्चुअल संबोधन। भारत अपने लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त करेगा। आने वाले दशक भारत के लिए महत्वपूर्ण होंगे। ये 21वीं सदी का भारत है। दुनिया का हर एक्सपर्ट कहता है कि 21वीं सदी भारत की है। भारत न केवल अपना विकास कर रहा है, बल्कि विश्व का भी विकास कर रहा है और हमारे ऊर्जा क्षेत्र की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है।
भारत की ऊर्जा महत्वाकांक्षाएं 5 स्तंभों पर टिकी हैं
भारत की ऊर्जा महत्वाकांक्षाएं पांच स्तंभों पर टिकी हैं। हमारे पास संसाधन हैं, प्रतिभाशाली दिमाग हैं, आर्थिक ताकत है, राजनीतिक स्थिरता है, रणनीतिक भूगोल है और वैश्विक स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता है… अगले दो दशक ‘विकसित भारत’ के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और हम अगले 5 वर्षों में कई मील के पत्थर हासिल करने जा रहे हैं…
भारत के ऊर्जा क्षेत्र में नई संभावनाएं उभर रही हैं।
पहला- हमारे पास संसाधन हैं, जिनका हम उपयोग कर रहे हैं। दूसरा- हम अपने प्रतिभाशाली मस्तिष्कों को नवप्रवर्तन के लिए प्रोत्साहित करते हैं। तीसरा- हमारे पास आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता है। चौथा, भारत की भौगोलिक स्थिति रणनीतिक है, जो ऊर्जा व्यापार को अधिक आकर्षक और आसान बनाती है। पांचवां – भारत वैश्विक स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके कारण भारत के ऊर्जा क्षेत्र में नई संभावनाएं उभर रही हैं।