महाकुंभ मेला: महाकुंभ मेला अपने समापन के करीब है। ऐसे में करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। जिसके चलते प्रयागराज में सड़कों पर जाम लग गया है। प्रशासन और अधिकारी व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन लोगों को घंटों ट्रैफिक में खड़े रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। प्रयागराज में जाम की समस्या को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर आरोप लगाए हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा अपने कार्यकर्ताओं से जाम में फंसे लोगों की मदद करने की अपील कर रही है।
अखिलेश ने तर्क दिया है कि, ‘लोग परेशान हैं, चिंतित हैं और कोई जिम्मेदार मंत्री या व्यक्ति दिखाई नहीं दे रहा है। यहां मेला स्थल पर कई किलोमीटर तक ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। उधर, भाजपा संगठन मंत्री बीएल संतोष ने अपने कार्यकर्ताओं को ट्रैफिक जाम में फंसे लोगों तक भोजन और पानी पहुंचाने का निर्देश दिया है।
बीएल संतोष ने क्या कहा?
भाजपा मंत्री बीएल संतोष ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर कार्यकर्ताओं को सड़कों पर यातायात प्रबंधन, कुंभ तीर्थयात्रियों को भोजन और पानी उपलब्ध कराने और चिकित्सा संबंधी सेवाएं प्रदान करने में अधिकारियों की मदद करनी चाहिए। इस ट्वीट के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा हरकत में आ गई है। इस संबंध में पार्टी कार्यालय से 10 जिलों के जिला अध्यक्षों को अधिसूचना भेज दी गई है।
अखिलेश ने सरकार को घेरा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज में भारी ट्रैफिक जाम के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। प्रयागराज में जाम के कारण न तो अनाज, सब्जी और मसाले मिल रहे हैं और न ही दवाइयां, पेट्रोल और डीजल। जिसके कारण प्रयागराज, महाकुंभ परिसर और प्रयागराज की ओर जाने वाली सड़कों पर फंसे करोड़ों भूखे, प्यासे और थके हुए श्रद्धालुओं की हालत हर घंटे खराब होती जा रही है। यह बहुत गंभीर स्थिति है। जिस प्रकार राज्यों में संवैधानिक व्यवस्था विफल होने पर कमान किसी और को दे दी जाती है, उसी प्रकार महाकुंभ में अव्यवस्था को देखते हुए किस सक्षम व्यक्ति को शासन की कमान सौंपी जानी चाहिए? अयोग्य लोग झूठा प्रचार फैला सकते हैं, सही व्यवस्था नहीं।
लोग संपर्क खो रहे हैं…
अखिलेश ने दावा किया कि श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन की बैटरियां खत्म हो रही हैं, जिसके कारण उनका अपने प्रियजनों से संपर्क टूट रहा है। संचार और सूचना की कमी से लोगों में चिंता बढ़ गई है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोई जिम्मेदार मंत्री या व्यक्ति नजर नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री तो पूरी तरह विफल साबित हुए ही हैं, उपमुख्यमंत्री और प्रयागराज से जुड़े कई प्रमुख मंत्री भी गायब हैं।
सैनिकों-सफाईकर्मियों का अद्वितीय कार्य
अखिलेश ने सैनिकों, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों और सफाई कर्मियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जो लोग दिन-रात भूखे-प्यासे मेहनत कर रहे हैं, उनके लिए भोजन और पानी की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है। अधिकारी कमरे में बैठकर आदेश दे रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर काम करने के लिए बाहर नहीं आए हैं। प्रयागराज के निवासियों को गंदगी, ट्रैफिक जाम और महंगाई के अलावा कुछ नहीं मिला है।
भाजपा ने भक्तों पर लगाया आरोप
अखिलेश ने दावा किया है कि भाजपा ने प्रयागराज में अव्यवस्था के लिए श्रद्धालुओं को जिम्मेदार ठहराया है। मौनी अमावस्या के दिन करोड़ों लोग एकत्रित हुए। यहां-वहां शिविर स्थापित करते समय उन्हें भगदड़ का भी सामना करना पड़ा। 13 जनवरी से 9 फरवरी तक 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ ही ट्रैफिक जाम भी लगातार बढ़ता जा रहा है।