प्रयागराज में सबसे बड़ा महाकुंभ मेला आयोजित किया गया है। हर दिन लाखों लोग यहां आते हैं। एक बार फिर महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगने की खबर सामने आई है। सेक्टर 18 में शंकराचार्य मार्ग पर आग लग गई। हालांकि, दमकल विभाग की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का प्रयास किया।
आग पर काबू पा लिया गया
आग लगने का कारण अभी तक ज्ञात नहीं है। लेकिन अग्निशमन विभाग ने तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया और अब आग पर काबू पा लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लग गई थी।
आग 30 जनवरी को लगी थी।
इससे पहले महाकुंभ में सेक्टर-22 में लगे एक टेंट में आग लग गई थी। यह अच्छी बात रही कि इस दौरान कोई भी श्रद्धालु तंबू में नहीं था। आग लगने के बाद वे सभी बाहर आ गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। महाकुंभ का सेक्टर-22 क्षेत्र ज़ूसी में नागेश्वर घाट और छतनाग घाट के बीच स्थित है। गुरुवार को यहां अचानक कई टेंट जलने लगे। यह देख श्रद्धालु अपने तंबू से बाहर आ गए और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल टीम ने आग बुझाना शुरू कर दिया। आग में कई टेंट जल गए। लेकिन किसी की जान नहीं गयी।
19 जनवरी को भी वहां आग लगी थी।
19 जनवरी को महाकुंभ मेला क्षेत्र में शास्त्री ब्रिज सेक्टर 19 कैंप में भीषण आग लग गई थी। आग इतनी भीषण थी कि दूर-दूर से धुएं का गुबार देखा जा सकता था। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। हालांकि, दमकल कर्मियों की सतर्कता के कारण आग पर काबू पा लिया गया।आग रेलवे पुल के नीचे एक टेंट में लगी थी। आग लगने का वास्तविक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन संदेह था कि सिलेंडर में विस्फोट हुआ था। . लगातार पानी की बौछार से आग पर काबू पाया गया। मौके पर दमकल विभाग की 6 गाड़ियां पहुंचीं। आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
सिस्टम अलर्ट
उल्लेखनीय है कि महाकुंभ एक वैश्विक अवसर है। दुनिया भर से लाखों लोग यहां आये हैं। लाखों लोग आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। एनडीआरएफ की टीम अब घटनास्थल पर पहुंच गई है। चूंकि आज रविवार था, इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आये थे। हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर सभी तरह की तैयारियां कर ली हैं। परिणामस्वरूप, आग पर युद्ध स्तर पर काबू पा लिया गया।