महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि मई 2025 तक की गणना के अनुसार राज्य के 60 कारागारों में 39,527 कैदी हैं जबकि इन जेल की क्षमता 27,184 कैदियों को रखने की है।
फडणवीस ने बुधवार को राज्य विधान परिषद में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि मुंबई के केंद्रीय कारागार की क्षमता 999 कैदियों की है लेकिन मई 2025 तक इसमें 3,268 कैदी थे जो इसकी क्षमता से तीन गुना अधिक है।
उन्होंने बताया कि मई 2025 तक महाराष्ट्र की 60 जेल में 39,527 कैदी थे जबकि उनकी क्षमता 27,184 कैदियों को रखने की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जमीन उपलब्ध कराकर नए कारागारों का निर्माण कर कैदियों को रखने की क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठा रही है। सरकार मौजूदा कारागारों में नए बैरक भी जोड़ रही है।
फडणवीस ने उच्च सदन को बताया कि इन कदमों से 17,110 और कैदियों को रखने के लिए स्थान बन सकेगा।
उन्होंने बताया कि सरकार की ‘गरीब कैदियों को सहायता’ योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के कैदियों को जमानत या जुर्माना भरने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।
फडणवीस ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और गैर-सरकारी संगठन भी जरूरतमंद कैदियों को नि:शुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के 39,527 कैदियों में से 6,003 निरक्षर हैं और इनमें से 5,067 विचाराधीन हैं।
राज्य सरकार और गैर सरकारी संगठन कैदियों को विशेषकर 18-30 आयु वर्ग के कैदियों को आवश्यक शिक्षा प्रदान करते हैं।