लैटिन भाषा में वर्बा वोलांट, स्क्रिप्टामानेंट नाम की कहावत है। मतलब कहे हुए शब्द खत्म हो जाते हैं, लेकिन लिखे हुए शब्द हमेशा के लिए रह जाते हैं। 28 फरवरी 2025 को वोलोदिमिर जेलेन्स्की, डोनाल्ड ट्रम्प और जेडी वेंस के बीच जो कुछ भी हुआ उसे देख कर ये बिल्कुल नहीं लगा कि व्हाइट हाउस में डिप्लोमेसी को होते देख रहे हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने एक्ट के बाद सेल्फ रेटिंग दी भी। उन्होंने कहा भी कि इट इज गोइंग टू बी ग्रेट टेलीविजन। इस घटना के करीब तीन महीने बाद दुनिया के सबसे शक्तिशाली मुल्क अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के ऑफिस में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामाफोसा पहुंचे थे। लेकिन उन्हें बेइज्जत करने के लिए ट्रंप ने मानो पूरा मूड बना रखा हो। पूरी तैयारी की गई थी। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान टीवी लगाया गया था। लेकिन इस बार मामला थोड़ा उल्टा पड़ गया।
इसे भी पढ़ें: 30 देशों के राजनयिकों पर चली गोलियां! इजरायली सेना ने अब ये क्या कर दिया, दहल उठी दुनिया
दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक में माहौल को हल्का करने की कोशिश की और मज़ाक में कहा कि मेरे पास आपको देने के लिए कोई विमान नहीं है। यह तब हुआ जब एक रिपोर्टर ने अमेरिकी राष्ट्रपति से 400 मिलियन डॉलर के कतरी विमान को स्वीकार करने के उनके विवादास्पद फैसले के बारे में पूछा। ट्रम्प, जो पहले तो हँसे, ने जवाब दिया कि अगर आपका देश संयुक्त राज्य वायु सेना को एक विमान की पेशकश करता है, तो मैं इसे ले लूँगा। ट्रंप व्हाइट हाउस में बैठकर जेनोसाइड का राग अलाप रहे थे और रामाफोसा ने पलटकर बोल दिया कि सॉरी, मेरे पास आपको गिफ्ट करने के लिए प्लेन नहीं है।
इसे भी पढ़ें: बिकता है अमेरिका खरीदने वाला चाहिए, कतर का 3400 करोड़ का गिफ्ट क्या है इतिहास की सबसे बड़ी रिश्वत?
अमेरिका आए अपने मेहमान दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा की मौजूदगी में ट्रंप ने बत्तियां बुझाने और वहां लाए गए एक टीवी पर वीडियो चलाने का आदेश दिया तथा इसी के साथ ‘ओवल’ की कहानियों में एक नया प्रसंग जुड़ गया। ट्रंप टीवी पर दक्षिण अफ्रीका से जुड़ा एक वीडियो देख रहे थे जबकि रामाफोसा ने मुंह फेर रखा था। लगभग चार मिनट के वीडियो में अश्वेत नेताओं को श्वेत दक्षिण अफ्रीकी लोगों पर हमला करने के संबंध में रंगभेद विरोधी नारे लगाते दिखाया गया। इनमें एक भी नेता रामाफोसा की सरकार या राजनीतिक दल का नहीं था। वीडियो के अंत में पंक्तियों में लगे सफेद क्रॉस को दिखाया गया। ट्रंप ने कहा कि ये क्रॉस मारे गए श्वेत किसानों का प्रतीक हैं।
इसे भी पढ़ें: हमलावर ने पकड़े जाने पर लगाए ये नारे, गोलीकांड के बाद ट्रंप-नेतन्याहू का आया बयान
रामाफोसा नए व्यापार समझौते करने की उम्मीद लेकर आए थे लेकिन ट्रंप बैठक में इन आधारहीन आरोपों पर बात करना चाहते थे कि रामाफोसा के देश में श्वेत किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है एवं उनकी हत्याएं की जा रही हैं। रामाफोसा ने वीडियो पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि यह कहां हुआ? क्योंकि मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा। इस घटना ने ओवल ऑफिस में लगभग तीन महीने पहले हुई ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की बैठक की याद दिला दी जिसमें दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई थी। हालांकि रामाफोसा और ट्रंप के बीच यह नाटकीय घटनाक्रम कटुता में नहीं बदला।