जीरो टॉलरेंस नीति की पुष्टि करते हुए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले पर दुख व्यक्त किया और कहा कि ‘ये नया भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई छेड़ेगा तो उसको छोड़ेगा भी नहीं।’ लखीमपुर खीरी में जनता को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आतंकवाद और अराजकता का समाज में कोई स्थान नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि मैं उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हमारे समाज में आतंकवाद या अराजकता के लिए कोई जगह नहीं हो सकती।
इसे भी पढ़ें: पहले स्वीकार, अब इनकार, भारत के एक्शन से खौफ में आतंकी संगठन TRF, पहलगाम हमले से खींचे अपने हाथ
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत सरकार का सुरक्षा, सेवा और सुशासन का मॉडल विकास पर आधारित है। यह गरीबों के कल्याण और सभी की सुरक्षा पर आधारित है। हालांकि, अगर कोई सुरक्षा में सेंध लगाने की हिम्मत करता है, तो न्यू इंडिया जीरो टॉलरेंस की अपनी नीति का पालन करते हुए, उसे उसकी समझ में आने वाली भाषा में जवाब देने के लिए तैयार है। यह नया भारत किसी को छेड़ता नहीं है लेकिन अगर कोई छेड़ेगा तो उसको छोड़ेगा भी नहीं।
इससे पहले दिन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने लखीमपुर खीरी में शारदा नदी के तटीकरण कार्य का निरीक्षण किया। 24 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के शुभम द्विवेदी के परिवार से मुलाकात की, जो हमले में अपनी जान गंवाने वाले 26 निर्दोष पीड़ितों में से एक था। अपनी निंदा व्यक्त करते हुए आदित्यनाथ ने हमले को कायरतापूर्ण कृत्य करार दिया और इस बात पर जोर दिया कि भारत में ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें: गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के बाद पाकिस्तानी नागरिकों के निर्वासित की प्रक्रिया शुरू, बिहार-कर्नाटक ने चलाया ड्राइव
सीएम योगी ने कहा, “22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें कानपुर का एक व्यक्ति मारा गया था। शुभम द्विवेदी की दो महीने पहले ही शादी हुई थी और वह वहां आतंकी हमले में मारा गया। यह आतंकियों द्वारा किया गया बहुत ही कायराना हमला है और यह दर्शाता है कि आतंकवाद अपनी अंतिम सांसों पर है। भारत जैसे देश में इस तरह की घटना स्वीकार्य नहीं है। केंद्र सरकार की कार्रवाई आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकने वाली है।” उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही हमले से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर चुके हैं और आतंकवाद के मुद्दे से निपटने के लिए आगे भी कदम उठाए जाएंगे।