राज्यसभा में बुधवार को पूर्व सदस्य दिवंगत सत्यपाल मलिक को श्रद्धांजलि दी गई।
मलिक का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को नयी दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर उपसभापति ने मलिक के निधन का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने उच्च सदन में उत्तर प्रदेश का दो बार, 1982 से 1989 तक प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई 1946 को जन्मे मलिक ने नौवीं लोकसभा में अलीगढ़ का प्रतिनिधित्व किया था।
हरिवंश के अनुसार, उप्र विधानसभा के सदस्य रह चुके मलिक ने चार राज्यों – बिहार (2017), जम्मू और कश्मीर (2018), गोवा (2019) और मेघालय (2020) के राज्यपाल के रूप में कार्य किया। इसके अलावा उन्होंने ओडिशा के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला।
उपसभापति ने कहा कि मलिक के निधन से देश ने एक बेहतर प्रशासक, एक उत्कृष्ट पूर्व सांसद तथा एक मुखर राजनीतिक नेता को खो दिया है।
सदन में मौजूद सदस्यों ने मलिक के सम्मान में कुछ पलों का मौन रखा और उन्हें श्रद्धांजलि दी।