Friday, August 1, 2025
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राज्यसभा में फिर गूंजा एसआईआर का मुद्दा, विपक्ष का संसद के अंदर से लेकर बाहर तक विरोध प्रदर्शन

इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ कड़ा विरोध प्रदर्शन किया और भाजपा नीत केंद्र पर अनियमितताएं बरतने और निशाना बनाने का आरोप लगाया। परिसर में प्रदर्शन करने के बाद बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बृहस्पतिवार को राज्यसभा की बैठक शुरू होने के पंद्रह मिनट बाद ही दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दी गई।
उच्च सदन में हंगामे की वजह से आज भी शून्यकाल नहीं हो पाया।

 दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए 


बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उपसभापति ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बीच साझेदारी के तहत बुधवार को जीएसएलवी रॉकेट से ‘निसार’ उपग्रह को कक्षा में स्थापित किये जाने का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि ‘निसार’ पृथ्वी अवलोकन उपग्रह को दोनों अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।

उन्होंने कहा कि यह इसरो और नासा के बीच रणनीतिक सहयोग के तहत किया गया है।
इसरो के जीएसएलवी एफ-16 ने बुधवार को लगभग 19 मिनट की उड़ान के बाद और लगभग 745 किलोमीटर की दूरी पर निसार (नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार) उपग्रह को सूर्य तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षा (एसएसपीओ) में स्थापित कर दिया।
उपसभापति ने इसरो से संबद्ध वैज्ञानिकों, अधिकारियों और अन्य सभी लोगों तथा नासा की समन्वय टीम को अपनी, सदन की और पूरे देश की ओर से बधाई दी।

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इसके बाद हरिवंश ने सदस्यों ने शून्यकाल तथा प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध करते हुए कहा कि सत्र की शुरूआत से गतिरोध के कारण करीब 30 घंटे का समय बर्बाद हो चुका है।
उन्होंने कहा कि हमें यह आत्मावलोकन करना होगा कि संसद को लेकर हमने जो संकल्प लिया था, क्या उस संकल्प को हम पूरा कर पा रहे हैं?
उन्होंने बताया कि उन्हें 28 नोटिस नियम 267 के तहत मिले हैं जिनमें बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण, ओडिशा में महिलाओं और बच्चों के कथित उत्पीड़न, बंगाली कामगारों के साथ दूसरे राज्यों में कथित दुर्व्यवहार, छत्तीसगढ़ में दो ननों की गिरफ्तारी, अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25 फीसदी कर और जुर्माने के दुष्प्रभाव तथा उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के मुद्दे पर नियत कामकाज स्थगित कर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग की गई है।

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उपसभापति ने कहा कि ये नोटिस आसन द्वारा पूर्व में दी गई व्यवस्था के अनुरूप नहीं हैं, इसलिए इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता।
नोटिस स्वीकार नहीं किए जाने पर विपक्षी सदस्यों ने विरोध जताया और हंगामा करने लगे।
द्रमुक के तिरुचि शिवा ने आसन की अनुमति मिलने के बाद कहा कि यह सही है कि सदन का समय बर्बाद हुआ है लेकिन सदन चलाना केवल विपक्ष की ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष की भी जिम्मेदारी है।

उन्होंने एसआईआर के मुद्दे को अहम बताते हुए कहा कि उपसभापति इस मुद्दे पर चर्चा के लिए दिन और समय तय कर दें। इस पर हरिवंश ने कहा कि यह सत्ता पक्ष और विपक्ष बैठकर तय करें।
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने कहा कि नियम 267 के तहत जो नोटिस दिए गए, वे सभी विपक्षी दलों की ओर से दिए गए हैं और विपक्ष की बात सुनी नहीं जा रही है।


बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा ने कहा ओडिशा में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ निरंतर अपराध हो रहे हैं।
माकपा के जॉन ब्रिटॉस ने कहा कि देश में चुनाव लगातार होते रहते हैं और इस बार होना नयी बात नहीं है, लेकिन इस बार बिहार चुनाव से पहले एसआईआर की कवायद हो रही है।
हरिवंश ने उन्हें आगे बोलने की अनुमति नहीं दी और शून्यकाल के तहत नियत मुद्दा उठाने के लिए द्रमुक के पी विल्सन का नाम पुकारा।

विल्सन अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए लेकिन विपक्षी सदस्यों का हंगामा तेज हो गया।
हरिवंश ने सदस्यों से अपील की कि वे सदन को सुचारु रूप से चलने दें ताकि शून्यकाल के दौरान सांसद अपने मुद्दे उठा सकें। लेकिन हंगामा जारी रहने के कारण उन्होंने 11 बजकर 15 मिनट पर बैठक को दोपहर बारह बजे तक स्थगित कर दिया।

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