छत्तीसगढ़: नक्सलवाद के खिलाफ जारी लड़ाई में सुरक्षा बलों को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर रविवार (9 फरवरी) को हुई मुठभेड़ में 1000 से अधिक जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया। इस झड़प में डीआरजी और एसटीएफ के दो जवान शहीद हो गए तथा दो अन्य जवान घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार जवानों को 12 नक्सलियों के शव मिले हैं और सभी की पहचान की जा रही है।
यह झड़प सुबह-सुबह हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह झड़प रविवार (9 फरवरी) को बीजापुर-नारायणपुर सीमा के पास हुई। दोनों ओर से भीषण गोलीबारी में बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। अब तक 12 नक्सलियों के शव बरामद हो चुके हैं। मुठभेड़ के दौरान दो जवान शहीद हो गए तथा गोलीबारी में दो अन्य घायल हो गए। इसके अलावा घटनास्थल से स्वचालित हथियार भी जब्त किये गये हैं।
हथियार और विस्फोटक जब्त
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज के मुताबिक घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं। बीजापुर इंद्रवर्ती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में तलाशी अभियान अभी भी जारी है। साथ ही बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने कहा कि ऑपरेशन में मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है। यह ऑपरेशन बड़ा है और अभी भी जारी है, एक बैकअप पार्टी भेजी गई है। सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ बीजापुर राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगल में हुई। रविवार सुबह इस झड़प में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने की खबर सामने आई।
बस्तर आईजी सुंदरराज ने बताया कि माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलते ही फोर्स को घटनास्थल पर भेजा गया। नक्सलियों को बीजापुर डीआरजी, एसटीएफ और बस्तर फाइटर्स के जवानों ने घेर लिया है।
कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर एक अन्य मुठभेड़ में 16 नक्सली मारे गए थे, जिनमें 90 लाख रुपये का इनामी बदमाश भी शामिल था। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने की घोषणा की है।