विदेश मंत्री एस जयशंकर छह अक्टूबर को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में दो दिवसीय अरावली शिखर सम्मेलन-2025 का उद्घाटन करेंगे।
स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआईएस) विदेश मंत्रालय और चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से जेएनयू में इस शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
एसआईएस के डीन, प्रोफेसर अमिताभ मट्टू ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि “भारत और विश्व व्यवस्था : 2047 की तैयारी” विषय पर आधारित अरावली शिखर सम्मेलन-2025 का आयोजन एसआईएस के 70वें वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि एसआईएस के छात्र रह चुके जयशंकर मुख्य अतिथि के रूप में इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
इस दौरान जेएनयू के कुलाधिपति कंवल सिब्बल, कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित, प्रोफेसर मट्टू और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद होंगे।
आयोजकों ने बताया कि शिखर सम्मेलन में ‘इंटरनेशनल स्टडीज’ पत्रिका के एक विशेष संस्करण का विमोचन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें जेएनयू के इतिहास और योगदान पर 15 मिनट की एक वृत्तचित्र भी प्रदर्शित की जाएगी।
आयोजकों ने यह भी घोषणा की कि अरावली शिखर सम्मेलन अब हर साल आयोजित किया जाएगा।
प्रोफेसर मट्टू ने कहा, “अरावली शिखर सम्मेलन संस्थान के 70वें वर्षगांठ समारोह में एक महत्वपूर्ण पल है। एसआईएस लंबे समय से एक ऐसा केंद्र रहा है, जहां विद्वत्ता और नीति आपस में मिलते हैं, तथा यह सम्मेलन उसी भावना का प्रतीक है।”
उन्होंने कहा, “इस अशांत दौर में, हमें अपनी विदेश नीति में प्राचीन ज्ञान को समाहित करने की आवश्यकता है, जैसे कि अरावली की प्राचीन पर्वत शृंखला।