बिहार दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही हैं और किसानों की आय बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। पटना में पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत लगभग 21,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई और केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही हैं। किसानों की आय बढ़ाने के प्रयास निरंतर जारी हैं।
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शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि मैं किसानों का सेवक हूँ और किसानों की सेवा करना ईश्वर की पूजा के समान है। आज हम किसानों के बीच गए और उनसे मिले… किसान जो चाहेगा, खरीदेगा; उसे खाद के साथ-साथ अन्य चीजें खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता… किसानों के साथ इस तरह की जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हम सख्त कार्रवाई करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केवल स्वदेशी सामान खरीदने का आह्वान करने के बाद, केंद्रीय मंत्री चौहान ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि पटना के किसानों ने संकल्प लिया है कि वे केवल ‘मेड इन इंडिया’ उत्पाद ही खरीदेंगे।
उन्होंने कहा कि आज, मुझे खुशी है कि पटना के किसानों ने संकल्प लिया है कि वे केवल हमारे देश में बने, हमारे लोगों द्वारा बनाए गए उत्पाद ही खरीदेंगे। प्रधानमंत्री ने केवल स्वदेशी सामान खरीदने का आह्वान किया है… भारतीय अर्थव्यवस्था एक सरपट दौड़ता हुआ घोड़ा है, और दुनिया की कोई भी ताकत इसे रोक नहीं सकती… अगर भारत के 144 करोड़ लोग हमारे देश में बने सामानों का उपयोग करना शुरू कर दें, तो मेरा मानना है कि अर्थव्यवस्था में बड़ी प्रगति होगी। इससे पहले आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया भर में व्याप्त अस्थिरता के माहौल को देखते हुए भारत को अपने आर्थिक हितों के प्रति सचेत रहना होगा।
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चौहान ने ज़ोर देकर कहा कि “सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता किसानों का कल्याण, लघु उद्योग और युवाओं के लिए रोज़गार है। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वदेशी उत्पाद खरीदने का संकल्प लेने का भी आग्रह किया और देश को ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ अपनाने की अपनी बात दोहराई। अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम केवल वही चीज़ें खरीदेंगे जो भारतीयों द्वारा बनाई गई हैं। हमें वोकल फ़ॉर लोकल बनने की ज़रूरत है।