संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत की और इस दौरान विपक्ष, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि “2014 के बाद यह पहला बजट सत्र है, जब कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस बार सत्र से पहले विदेश से किसी तरह की गड़बड़ी फैलाने की कोई कोशिश नहीं की गई, जो एक सकारात्मक संकेत है।
विदेशी हस्तक्षेप पर पीएम मोदी का बड़ा बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि “2014 से पहले हर सत्र से पहले किसी न किसी विदेशी ताकत की ओर से व्यवधान डालने की कोशिश की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ।” उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में यह पहला अवसर है जब संसद के बजट सत्र से पहले किसी भी विदेशी ताकत ने दखल देने की कोशिश नहीं की। यह दर्शाता है कि देश की स्थिति अब मजबूत और स्थिर हो रही है।
बजट पर पीएम मोदी का आश्वासन
प्रधानमंत्री ने कहा कि “यह बजट देश में नया आत्मविश्वास जगाने वाला होगा और सुधारों को और अधिक गति देने वाला साबित होगा।” उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी वित्तीय वर्ष का बजट गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने माता लक्ष्मी का स्मरण करते हुए प्रार्थना की कि वे देश के गरीबों और मध्यम वर्ग पर अपनी कृपा बनाए रखें।
युवा पीढ़ी के लिए बड़ा अवसर
पीएम मोदी ने देश की युवा शक्ति पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि “आज जो युवा 20 से 25 वर्ष के हैं, जब वे 50 साल के होंगे, तब वे एक विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे।” उन्होंने कहा कि यह बजट और भविष्य की आर्थिक नीतियां युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार साबित होंगी, क्योंकि वे ही आने वाले समय में नीति-निर्माण की मुख्यधारा में होंगे।
तीसरे कार्यकाल में विकास रहेगा प्राथमिकता
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि “तीसरे कार्यकाल में सरकार का ध्यान भारत के समग्र विकास पर केंद्रित रहेगा।” उन्होंने कहा कि सरकार नवाचार, समावेशिता और निवेश को आर्थिक विकास का आधार बनाएगी। इस बजट सत्र में कई ऐतिहासिक विधेयकों पर चर्चा होगी, जिससे देश की कानूनी और आर्थिक व्यवस्था और मजबूत होगी।
बजट सत्र की शुरुआत में मां लक्ष्मी का स्मरण
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत मां लक्ष्मी को प्रणाम कर की। उन्होंने कहा कि “बजट सत्र एक ऐसा अवसर है जब सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का स्मरण किया जाता है। वे समृद्धि, सिद्धि और विवेक प्रदान करती हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि देश के गरीब और मध्यम वर्ग पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहे।”
इस प्रकार, बजट सत्र की शुरुआत से ही प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को विकास, आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्थिरता का संदेश दिया। साथ ही, उन्होंने विपक्ष और विदेशी हस्तक्षेप के मुद्दे पर भी सख्त रुख अपनाया।