केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा होगी, जिसके बाद मंगलवार को राज्यसभा में भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि बहस के लिए कुल 32 घंटे, यानी प्रत्येक सदन में 16 घंटे, आवंटित किए गए हैं। रिजिजू ने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति ने निर्णय लिया है कि सोमवार को लोकसभा में पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष कई मुद्दे उठाना चाहता है, लेकिन हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि ऑपरेशन सिंदूर पर पहले चर्चा होगी।
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रिजिजू ने यह भी कहा कि सत्र शुरू होने से पहले, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सरकार को पत्र लिखकर पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की माँग की थी। उन्होंने कहा, “हमने उन्हें बता दिया है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं।” हालांकि, उन्होंने आगे कहा, “विपक्ष ने पहले दिन से ही कार्यवाही में बाधा डालना शुरू कर दिया और सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह विरोध प्रदर्शन किया। हम पहले हफ़्ते में केवल एक विधेयक ही पारित कर पाए। मैं विपक्ष से अपील करता हूँ कि वे सदन की कार्यवाही बाधित न करें। वे नियमों के तहत हर मुद्दा उठा सकते हैं। अगर संसद नहीं चलती है तो यह देश का नुकसान है।”
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सूत्रों ने बताया कि सोमवार, 28 जुलाई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की शुरुआत करेंगे। चर्चा में भाग लेने वाले अन्य मंत्रियों में गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हैं। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और निशिकांत दुबे भी इसमें भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस चर्चा में हस्तक्षेप करने की उम्मीद है। ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा मंगलवार, 29 जुलाई को राज्यसभा में शुरू होगी जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य मंत्री भाग लेंगे। दोनों सदनों में इस विषय पर 16 घंटे की चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राज्यसभा की चर्चा में हस्तक्षेप कर सकते हैं।