समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिल्ली में हुए बम धमाके को सरकार की बहुत बड़ी नाकामी करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि खुफिया तंत्र पूरी तरह विफल हो गया, तभी ऐसी घटना हुई।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बिहार चुनाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जनता अब बदलाव चाहती है और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देख रही है।
यादव बृहस्पतिवार को बरेली पहुंचे जहां वह विधायक अता-उर-रहमान की पुत्री के विवाह समारोह में शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि ऐसे मौकों पर आने से लोगों से मिलने और विचार साझा करने का अवसर मिलता है।
यादव ने बाद में यहां प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश की अर्थव्यवस्था को चीन के हाथों सौंप चुकी है। सपा प्रमुख ने कहा,“सरकार स्वदेशी की बात करती है, लेकिन पूरी अर्थव्यवस्था चीन के कब्जे में है। बाजारों में चीनी सामान हावी है।”
निर्वाचन आयोग पर भाजपा के इशारों पर काम करने का आरोप लगाते हुए यादव ने दावा किया, “रामपुर और कुंदरकी में हजारों लोगों को वोट डालने नहीं दिया गया। पुलिस ने लोगों को घरों से निकलने से रोका। हमने निर्वाचन आयोग से शिकायत की, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया।”
सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादी पार्टी न्यू इंडिया विजन को लेकर आगे बढ़ रही है और बरेली के विकास के लिए विशेष घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि महंगाई, यातायात और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से जनता परेशान है, लेकिन सरकार जनता का ध्यान इनसे हटाने की कोशिश कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा वाले भगवान से ऊपर हो गए हैं… मुख्यमंत्री ने कोई नया कारखाना नहीं लगाया, बस बिजली महंगी कर दी। गरीब आज शादी-ब्याह और सोना खरीदने तक में असमर्थ हो गया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा वाले ही असली भू-माफिया हैं जो गरीबों की जमीन और संपत्ति हड़प रहे हैं।
यादव ने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब अपनी कुर्सी हिलती देख लेते हैं तो सांप्रदायिक हो जाते हैं।

