भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक हुए सीजफायर के ऐलान ने कई लोगों को हैरान किया लेकिन जैसा कि पीएम मोदी ने कहा था कि यह दौर युद्ध का नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की थी। अब विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी सरकार से सीधा सवाल किया है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार स्पष्ट करे कि पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष विराम किन आश्वासनों व मापदंडों के आधार पर किया गया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की साख व विश्वसनीयता संदिग्ध है।
इसे भी पढ़ें: अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद पर शिकंजा, कोर्ट ने 14 दिन की ज्युडिशियल कस्टडी में भेजा
पायलट ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, “केंद्र सरकार को यहां स्पष्ट करना चाहिए कि किन मापदंडों को देखकर, किन आश्वासनों के आधार पर संघर्ष विराम किया गया है।”
उन्होंने कहा, “और अमेरिका के हस्तक्षेप व उसकी कश्मीर पर मध्यस्थता की बात को सिरे से नकारना चाहिए। हमारे विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वक्तव्य दें उसका कोई मतलब नहीं है। शीर्ष स्तर से इसका खंडन आना चाहिए कि हमने व्यापार के लोभ में या डर से ये समझौता नहीं किया है।”
पायलट ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है।
उन्होंने कहा, “जिस प्रकार से संघर्ष विराम किया गया, इसकी घोषणा एक तीसरे मुल्क के राष्ट्रपति करते हैं। यह अप्रत्याशित है।
आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ है। पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा के चंद घंटों बाद उसका उल्लंघन किया… तो जिस देश से आपने समझौता किया है उस देश की क्या साख व विश्वसनीयता है कि आगे इस तरह के काम नहीं होंगे।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि कश्मीर द्विपक्षीय मामला रहा है और इसका अंतरराष्ट्रीयकरण करना बड़ा दुर्भाग्य है और यह होना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा, “अलग-अलग देशों से जो आवाज आ रही हैं, उनमें कहीं न कहीं भारत और पाकिस्तान को एक तराजू पर तौलने का काम किया जा रहा है, जो गलत है क्योंकि दोनों की कोई तुलना नहीं है।”
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे पेशेवर सेना भारत की है।
इसे भी पढ़ें: अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद पर शिकंजा, कोर्ट ने 14 दिन की ज्युडिशियल कस्टडी में भेजा
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को एक बार फिर दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहलगाम आतंकी हमले की पहले से ही जानकारी थी। उन्होंने 22 अप्रैल को हुए हमले से ठीक पहले प्रधानमंत्री द्वारा कश्मीर की अपनी यात्रा रद्द करने का हवाला दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर हमले को रोकने में विफल रहने का भी आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि 26 लोगों की जान जाने का कारण सरकार द्वारा क्षेत्र में पर्यटकों को सुरक्षा प्रदान करने में असमर्थता है।