सर्दियों का मौसम अक्सर वायरल संक्रमणों और बीमारियों के लिए उपयुक्त होता है, जिसमें सर्दी, जुकाम, और खांसी जैसी समस्याएं आम हैं। खासतौर पर नई माताओं को इन समस्याओं के दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है, क्योंकि उन्हें अपनी और अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रखना होता है। कई बार घर के बुजुर्ग इस संदर्भ में कन्फ्यूजन पैदा कर सकते हैं। ऐसे में, यहां कुछ उपयोगी टिप्स दिए गए हैं, जो नई माताओं को अपने और अपने बच्चे की देखभाल में मदद करेंगे।
1. नहाना जरूरी है
सर्दी-ज़ुकाम के दौरान नई माताओं को अपनी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। रोजाना कपड़े बदलना, हाथ और मुंह साफ करना और नहाना जरूरी है। हालांकि, अत्यधिक ठंड में नहाने से बचना चाहिए, लेकिन स्वच्छता बनाए रखना अनिवार्य है, ताकि बच्चे को कोई संक्रमण न लगे।
2. छोटे बच्चे की सफाई पर ध्यान दें
हालांकि बच्चा छोटा है, फिर भी उसके कपड़े बदलना और उसे स्पंजिंग कराना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे बैक्टीरिया और वायरस का विकास नहीं होने पाएगा।
3. हाथों की सफाई पर ध्यान दें
दिनभर में बार-बार हाथ धोना और साफ रखना बहुत जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जब आप छोटे बच्चे को उठाते हैं या खिलाते हैं, तो बैक्टीरिया या वायरस ट्रांसफर न हो।
4. ब्रेस्टफीड जरूर करवाएं
सर्दी-जुकाम होने पर नई माताओं को यह जानना चाहिए कि मां का दूध बच्चे के लिए इम्यूनिटी विकसित करने में मदद करता है। सर्दी के लक्षण विकसित होने से पहले, वायरस पहले से ही शरीर में प्रवेश कर चुका होता है। लेकिन जैसे ही लक्षण दिखने लगते हैं, शरीर में एंटीबॉडी बनने लगती हैं। इस समय ब्रेस्टफीड करवाना आवश्यक है, जिससे बच्चे को एंटीबॉडी मिल सके और उसकी इम्यूनिटी बूस्ट हो।
इन सरल लेकिन महत्वपूर्ण टिप्स का पालन करके, नई माताएं न केवल अपनी सेहत का ध्यान रख सकती हैं, बल्कि अपने बच्चे को भी स्वस्थ रख सकती हैं। सर्दियों में विशेष सावधानी बरतने से आप दोनों को बेहतर स्वास्थ्य का अनुभव होगा।