आतंकवाद को उद्योग मानने के लिए पाकिस्तान की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के भुज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस्लामाबाद आतंकवाद को पर्यटन की तरह मानता है। पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो कोई भी भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे उसकी ही भाषा में जवाब दिया जाएगा। मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा कि सुख चैन की जिंदगी जियो, रोटी खाओ, वरना मेरी गोली तो है ही…। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के लोगों को अपने देश को आतंकवाद से मुक्त कराने के लिए आगे आना होगा। उनके युवाओं को आगे आना होगा।
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मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत की दिशा एकदम स्पष्ट है… भारत ने विकास का पथ चुना है, शांति और समृद्धि का रास्ता चुना है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के नागरिकों और खासकर वहां के बच्चे… ये मोदी की बात कान खोलकर लो… ये आपकी सरकार और आपकी सेना आतंकवाद को समर्थन दे रही है। आतंकवाद पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए पैसा कमाने का जरिया बन गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के युवकों को तय करना होगा, बच्चों को तय करना होगा… क्या ये रास्ता उनके लिए ठीक है, क्या उनका भला हो रहा है। ये आपके भविष्य को नष्ट कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकी बीमारी से मुक्त करने के लिए पाकिस्तान के आवाम को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि भारत टूरिज्म पर विश्वास करता है, टूरिज्म लोगों को जोड़ता है। लेकिन पाकिस्तान जैसा देश भी है, जो टेररिज्म को ही टूरिज्म मानता है और ये दुनिया के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा िक हमारी नीति आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है। ऑपरेशन सिंदूर ने इस नीति को और स्पष्ट कर दिया है। जो भी भारतीयों का खून बहाने की कोशिश करेगा, उसको उसकी भाषा में ही जवाब दिया जाएगा।
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मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत पर आंख उठाने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर मानवता की रक्षा और आतंकवाद के अंत का मिशन है। उन्होंने कहा कि सीना तानकर बिहार की जनसभा में मैंने घोषणा की थी कि मैं आतंकवाद के ठिकानों को मिट्टी में मिला दूंगा। 15 दिन तक हमने इंतजार किया कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कोई कदम उठाएगा, लेकिन शायद आतंकवाद ही उनकी रोजी-रोटी है। जब उसने कुछ नहीं किया तो मैंने फिर देश की सेना को खुली छूट दे दी। भारत के टारगेट पर आतंकवाद के हेडक्वार्टर्स थे… हमने उन पर सटीक वार किया। ये दिखाता है कि हमारी सेना कितनी सक्षम और कितनी अनुशासित है। भारत की लड़ाई सीमापार पल रहे आतंकवाद से है। जो इस आतंकवाद को पाल-पोस रहा है… उससे हमारी दुश्मनी है।