Thursday, November 13, 2025
spot_img
Homeराष्ट्रीयहमारा देश एक तो...दिल्ली में केरल के छात्रों पर कथित हमले को...

हमारा देश एक तो…दिल्ली में केरल के छात्रों पर कथित हमले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस बात से उसे पीड़ा होती है कि देश में लोगों को सांस्कृतिक और नस्ली भेदभाव का निशाना बनाया जाता है। कहा कि हम एक देश हैं। कहा कि लोगों के साथ सांस्कृतिक और नस्ली भेदभाव पर केंद्र सरकार को गंभीर होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस आलोक अराधे की बेंच ने 2015 में दायर एक याचिका पर सुनवाई की। याचिका में देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले पूर्वोत्तर के लोगों को नस्ली हमलों और अपमान से सुरक्षा देने के लिए केंद्र सरकार के दखल की मांग की गई थीसाथ ही दिशा-निर्देश बनाने की भी मांग की गई थी

इसे भी पढ़ें: 12 मिनट तक…इस्लामाबाद ब्लास्ट के ठीक पहले ऐसा क्या हुआ? उड़ गई शहबाज-मुनीर की नींद, धमकाने लगा पाकिस्तान

 इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से दाखिल स्टेटस रिपोर्ट के बाद सुनवाई हुईसुप्रीम कोर्ट ने एक खबर पर चिंता जताई जिसमें केरल के दो स्टूडेंट्स को कथित तौर पर लाल किले के पास पुलिस और स्थानीय लोगों द्वारा पीटने और जबरन हिंदी बोलने के लिए कहा गया और उनके पारंपरिक पोशाक लुंगी को लेकर मजाक उड़ाया गया। आपको इस पर चिंतित होना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: Baba Siddique केस में SIT जांच की मांग, HC ने पुलिस से मांगा जवाब

इस याचिका में समय-समय पर कई आदेश दिए गए। 1 मई 2023 को अदालत ने एएसजी नटराज से मॉनिटरिंग कमिटी की कार्यवाही पर स्टेटस रिपोर्ट मागी थी। यह कमिटी 14 दिसंबर 2016 के आदेश के तहत गठित की गई थी। गृह मंत्रालय द्वारा गठित यह मॉनिटरिंग कमेटी पूर्वोत्तर के लोगों के साथ होने वाले नस्ली भेदभाव से संबंधित शिकायतों की निगरानी और समाधान के लिए बनाई गई थी। 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments