ट्रम्प ने कहा कि यदि रूस 10-12 दिनों के भीतर यूक्रेन युद्ध समाप्त नहीं करता, तो उस पर गंभीर आर्थिक प्रतिबंध और टैरिफ लगाए जाएंगे। अमेरिका शांति चाहता है, लेकिन वह कमजोर नहीं है। जिस पर रूस का पलटवार सामने आया। रूस के पूर्व राष्ट्रपति मेदवेदेव ने ट्रंप को जवाब देते हुए कहा कि हर नई डेडलाइन एक धमकी है और युद्ध की ओर एक कदम है। अमेरिका को अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए अगर वह रूस को इस तरह धमकाता है।
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ट्रम्प ने मेदवेदेव को ‘फेल पूर्व राष्ट्रपति’ कहते हुए कहा कि उन्हें अपने शब्दों पर ध्यान देना चाहिए। वे अब एक बहुत खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। मेदवेदेव ने फिर धमकी देते हए कहा कि सोवियत युग की ‘डेड हैंड’ प्रणाली आज भी सक्रिय है। यदि अमेरिका सोचता है कि वह एकतरफा आदेश दे सकता है, तो वह गलतफहमी में है। इसके बाद शुक्रवार को ट्रम्प ने एटमी पनडुब्बियों की तैनाती का आदेश दिया।
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क्या है डेड हैंड
डेड हैंड का ऑफिशियल नाम पेरिमीटर है। शीत युद्द के वक्त सोवियत यूनियन ग्वारा डेवलप किया गया एक ऑटोमैटिक न्यूक्लियर कंट्रोल सिस्टम है। इसे कयामत की मशीन भी कहा जाता है। कहा जाता है कि दुश्मन ने अगर रूस पर पहला परमाणु हमला किया और उस हमले में मॉस्को समेत रूस के सारे बड़े शहर और लीडर तबाह हो जाते हैं। राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख समेत अटैकिंग ऑर्डर देने वाला कोई भी नहीं बचता है। ऐसी स्थिति में डेड हैंड सिस्टम अपने आप एक्टिवेट हो जाता है। ये सेंसर के जरिए चेक करेगा कि क्या देश में परमाणु धमाके हुए हैं। क्या कम्युनिकेशन खत्म हो चुका है। अगर सिस्टम को लगता है कि देश का नेतृत्व खत्म हो चुका है। ऐसी सूरत में ये खुद ब खुद एक कमांड रॉकेट लॉन्च करेगा। ये रॉकेट पूरे रूस के ऊपर से उड़कर जमीन के नीचे छिपे सभी न्यूक्लियर मिसाइल बेस को जवाबी हमले का कोड भेज देगा।छ रूस की सारी न्यूक्लियर मिसाइलें अपने आप लॉन्च हो जाएंगी और दुश्मन देश को पूरी तरह तबाह कर देंगी। मतलब, हमें खत्म किया तो तुम भी नहीं बचोगे।