मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दावा किया कि 2014 से पहले देश में और 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में सिर्फ ईद मिलन जैसे आयोजन ही होते थे और सनातन धर्म के पर्वों पर ऐसे समारोह दुर्लभ थे।
उन्होंने कहा कि अब होली और दिवाली के मिलन समारोह सामाजिक एकता की नींव बन रहे हैं।
योगी ने कहा कि अयोध्या का दीपोत्सव कार्यक्रम से राम मंदिर निर्माण का संकल्प साकार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “लाखों दीपों के साथ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया गया और आज भव्य राम मंदिर पूरी दुनिया में सनातनियों के गौरव का प्रतीक बन चुका है।”
उन्होंने कहा कि संतों का आशीर्वाद और जनता का संघर्ष मंदिर निर्माण में फलित हुआ, जिसे 25 नवंबर के बाद और भव्य रूप में देखा जा सकेगा।
योगी ने कहा, “हमने गुलामी के प्रतीक फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया। यह संकल्प की ताकत थी।”
एक बयान के मुताबिक, लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में आयोजित दीपावली कार्यकर्ता परिवार मिलन समारोह को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म की हजारों वर्ष पुरानी परंपराओं का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “हमारे पर्व और त्योहार विशिष्ट युगांतरकारी घटनाओं से जुड़े हैं, जो समाज को नई दिशा देते रहे हैं। लेकिन पहले यह सामूहिकता सीमित थी।”
मुख्यमंत्री ने दावा किया, “2014 से पहले देश में और 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में सिर्फ ईद मिलन जैसे आयोजन ही होते थे और सनातन धर्म के पर्वों पर ऐसे समारोह दुर्लभ थे। अब होली और दीपावली मिलन समारोह सामाजिक एकता का आधार बन रहे हैं।