हिंदू धर्म में दान-पुण्य को अत्यंत शुभ माना गया है। ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी ग्रह का अशुभ प्रभाव जीवन में परेशानी ला रहा है, तो उससे जुड़े व्यक्ति, पशु या पक्षी को भोजन और पानी दान करने से राहत मिलती है। खासतौर पर, कबूतरों को दाना खिलाना राहु के अशुभ प्रभाव को कम करने का एक कारगर उपाय माना जाता है। इसके अलावा, मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए भी पक्षियों को दाना डालने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं कबूतरों को दाना डालने के लाभ और इससे जुड़ी जरूरी बातें।
कबूतरों को दाना डालने से क्या लाभ मिलता है?
शास्त्रों में कबूतर को कामदेव की पत्नी रति का वाहन माना गया है। ये शांति और प्रेम के प्रतीक होते हैं। कबूतरों को दाना खिलाने से निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
पितृ दोष और ग्रह दोष दूर होता है।
शनि दोष का निवारण होता है।
राहु और केतु के बुरे प्रभाव कम होते हैं।
मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है।
बुध ग्रह को अनुकूल बनाने के लिए भी यह उपाय लाभकारी माना गया है।
समस्या के अनुसार कबूतरों को क्या खिलाएं?
यदि जीवन में किसी विशेष प्रकार की समस्या बनी हुई है, तो निम्नलिखित उपाय लाभकारी हो सकते हैं:
1. सुखी वैवाहिक जीवन के लिए
- ज्वार खिलाने से पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है और रिश्ते में मधुरता आती है।
2. धन संबंधी परेशानियों के लिए
- सप्तधान (सात अनाज – ज्वार, बाजरा, मक्का, गेहूं, चना, चावल, मोठ) खिलाने से आर्थिक संकट दूर होता है और धन आगमन शुरू होता है।
3. राहु और केतु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए
- बाजरा खिलाना लाभकारी माना जाता है। यह राहु-केतु के बुरे असर को शांत करता है।
4. मानसिक शांति के लिए
- चावल के दाने कबूतरों को खिलाने से मन को शांति और सुकून मिलता है।
कबूतरों को कहां दाना नहीं डालना चाहिए?
छत पर दाना डालने से बचना चाहिए, क्योंकि कबूतर वहां गंदगी कर देते हैं, जिससे राहु का नकारात्मक प्रभाव बढ़ सकता है।
राहु दूषित होने पर इसके विपरीत प्रभाव व्यक्ति के जीवन में कष्ट ला सकते हैं।