अमेरिका से निकाले गए भारतीयों को लेकर हंगामा मचा हुआ है। निर्वासन पर शोरगुल नहीं, बल्कि जिस तरह से अमेरिका ने 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को हथकड़ी लगाकर सैन्य विमान से भारत भेजा, उसने पूरे देश में बहस छेड़ दी है। कहा जा रहा है कि हमारे प्रियजनों को हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर लाया गया। विपक्ष इस पर आवाज उठा रहा है। संसद में भी हंगामा हुआ। जिसके चलते विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सफाई दी है।
अमेरिकी निर्वासन पर भारत की स्थिति स्पष्ट की गई
वह राज्यसभा में आये और सभी प्रश्नों का चुनिन्दा उत्तर दिया। उन्होंने अमेरिकी निर्वासन पर भारत की स्थिति स्पष्ट की। इस दौरान उन्होंने उन अपराधियों को भी चेतावनी दी, जिनके कारण हमारे प्रियजनों को हथकड़ी लगानी पड़ी।
अमेरिका से निकाले गए ये 104 भारतीय बुधवार को अमृतसर पहुंचे
अमेरिका से निकाले गए ये 104 भारतीय बुधवार को अमृतसर पहुंचे। इसमें हरियाणा, पंजाब और गुजरात से आये लोग अधिक थे। जैसे ही उन्हें हथकड़ी लगाये जाने की खबर फैली, संसद में हंगामा मच गया। इसके बाद जयशंकर ने आकर सभी सवालों के जवाब दिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यह पहली बार नहीं है। उन्होंने आंकड़े दिखाते हुए कहा कि पहले भी इसी तरह के अवैध एनआरआई को अमेरिका से निकाला गया है। हालाँकि, इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं जिन पर गौर करने की जरूरत है।
जयशंकर ने चेतावनी दी थी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन एजेंटों के खिलाफ चेतावनी दी है जो मोटी कमाई के लिए लोगों को गधा मार्गों की भूलभुलैया में धकेलते हैं। जयशंकर ने कहा कि हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अमेरिका से निकाले गए सभी लोगों के साथ बैठें। हमें उनसे बात करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि ये लोग अमेरिका कैसे पहुंचे। उन्हें किस एजेंट ने भेजा था, वे कौन थे और कहां से थे? माना जा रहा है कि सरकार अब इस नेटवर्क को खत्म करने के लिए नए सिरे से काम शुरू कर सकती है।