
अमेरिका से अवैध भारतीयों को निर्वासित करने का मामला: अमेरिका से अवैध भारतीयों को निर्वासित करने का मुद्दा इस समय काफी चर्चा में है। हथकड़ी और जंजीरों में जकड़े भारतीयों के वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई हैं। इसको लेकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर कुछ सवाल उठाए हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हुए देवयानी खोबरागड़े मामले की भी याद दिलाई है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्विटर पर इस बारे में पोस्ट किया है। आइये जानें कि देवयानी मामला क्या था और कांग्रेस सरकार को देवयानी मामले की याद क्यों दिला रही है।
कांग्रेस नेता पवन ने सोशल मीडिया ऐप एक्स पर लिखा, ‘एक भारतीय के तौर पर मैं अमेरिका से हथकड़ी में अपमानित किए जा रहे भारतीयों की तस्वीरें देखकर दुखी हूं।’ मुझे दिसंबर 2013 की घटना याद है, जब अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को हथकड़ी लगाई गई थी और कपड़े उतारकर उनकी तलाशी ली गई थी। उन्होंने आगे लिखा कि विदेश सचिव सुजाता सिंह ने अमेरिकी राजदूत नैन्सी पॉवेल के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया।
यूपीए सरकार ने विरोध जताया।
पवन खेड़ा के अनुसार तत्कालीन यूपीए सरकार ने इस मुद्दे का कड़ा विरोध किया था। मीरा कुमार, सुशील कुमार शिंदे और राहुल गांधी जैसे नेताओं ने भारत दौरे पर आए अमेरिकी कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल (जॉर्ज होल्डिंग, पीट ओल्सन, डेविड श्वेइकर्ट, रॉब वुडाल और मैडलीन बोर्डालो) से मिलने से इनकार कर दिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अमेरिका के इस कदम को ‘निंदनीय’ बताया।
इसके बाद अमेरिका को झुकना पड़ा।
इसके बाद भारत सरकार ने अमेरिकी दूतावास को दी जाने वाली कुछ सुविधाएं वापस ले लीं, जिनमें दूतावास के कर्मचारियों के लिए रियायती दरों पर खाद्य पदार्थ और शराब आयात करने की अनुमति भी शामिल थी। आयकर विभाग ने अमेरिकी दूतावास की जांच शुरू कर दी थी। जॉन केरी ने देवयानी खोबरागड़े के साथ अपने व्यवहार पर खेद व्यक्त किया। अमेरिकी प्रशासन ने विदेश सचिव सुजाता सिंह को फोन कर अमेरिका की ओर से खेद व्यक्त किया।
देवयानी खोबरागड़े मामला क्या था?
देवयानी खोबरागड़े भारतीय विदेश सेवा में एक अधिकारी हैं। 2013 में उन्हें न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में तैनात किया गया। वहां उन्होंने उप महावाणिज्यदूत के रूप में कार्य किया। देवयानी के घर पर काम करने वाली घरेलू सहायिका संगीता रिचर्ड्स को कम वेतन देने और उनके वीजा दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन एजेंसी द्वारा की गई। गिरफ्तारी के बाद देवयानी के साथ जो व्यवहार किया गया वह कूटनीतिक शिष्टाचार के विरुद्ध था। उन्हें सार्वजनिक रूप से हथकड़ी लगा दी गई। इतना ही नहीं, उनके कपड़े उतरवाकर उनकी तलाशी भी ली गई।

