प्रयागराज में वसंत पंचमी के बाद रविवार को लगातार पांचवें दिन शहरी और श्रद्धालु भीषण जाम से जूझते रहे। शहर में चारों तरफ जाम लगने से त्राहिमाम की स्थिति पैदा हो गई, वहीं जनपदीय इंट्री प्वाइंटों पर भी भीषण जाम लगा। मुख्य मार्ग जाम होने पर शहरों की गलियां भी भर गईं और सीमा पर फंसे श्रद्धालुओं के भी पसीने छूट गए। ग्रामीण इलाकों में सुबह से रात तक 10-10 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।
नागवासुकी मार्ग पर फैजाबाद से आए पीताम्बर शुक्ला ने बताया कि वह शनिवार शाम पांच बजे फैजाबाद से चले थे और 17 घंटे बाद भी जाम में फंसे हुए थे। इसी तरह कानपुर से आए अखिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि उन्हें कानपुर से प्रयागराज पहुंचने में 17 घंटे लग गए। नोएडा से आए अजय कुमार को झूंसी स्थित अपने घर तक पहुंचने में 24 घंटे लग गए।
शहर का हाल यह रहा कि मेला क्षेत्र के आसपास के और मेले की ओर जाने वाले सभी रास्ते तो जाम रहे ही, पुराने शहर के सभी इलाकों में भी भीषण जाम से राहगीर और शहरी जूझते नजर आए। सुबह से देर रात तक यही स्थिति बनी रही।
शहर के बालसन चौराहे की स्थिति और भी भयावह है। पुलिस ने गली और मोहल्ले के रास्तों पर भी बैरिकेडिंग लगा दी है। बेकाबू यात्री बैरिकेडिंग तोड़कर गुजरने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसे देखते हुए पुलिस ने कई प्रमुख मार्गों पर ट्रकों को खड़ा कर दिया है। जाम में फंसे लोग लचर व्यवस्था के चलते घनचक्कर बने हुए हैं। पुलिस किसी न किसी सड़क की ओर मोड़ दे रही है, जिससे यात्री संगम न पहुंचकर शहर के दूसरे हिस्से में पहुंच जा रहे हैं। शनिवार रात में सिविल लाइंस हनुमान मंदिर चौराहा, बालसन, अलोपीबाग, झूंसी सहित कई जगहों पर भीषण जाम लगा रहा। यह स्थिति रविवार को पूरे दिन बनी रही।
प्रयागराज में महाकुंभ के चलते लगा जाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। जाम में फंसे लोग मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया रील्स शेयर कर रहे हैं और यहां की यातायात व्यवस्था को ध्वस्त बता रहे हैं। लोगों से ट्रेन से महाकुंभ में आने की अपील कर रहे हैं।
कौशाम्बी में हाईवे जाम होने पर श्रद्धालु सैनी में गाड़ी खड़ी कर ट्रेन में बैठकर प्रयागराज रवाना हुए। सिराथू स्टेशन पर भीड़भाड़ रही। ऐसे में स्टेशन अधीक्षक ने कुंभ मेला स्पेशल गाड़ियों के अलावा एक्सप्रेस ट्रेनों को रोककर लोगों को भेजा।
रविवार को सुबह से ही सड़कों पर गाड़ियों की कतार लगने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। इससे स्थानीय लोगों को भी भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। करछना-कोहडार मार्ग, प्रयागराज-मिर्जापुर मार्ग, साधुकूटी-जारी मार्ग पर कई बार घंटों जाम से लोग जूझते रहे। पुलिस को भी जाम खुलवाने के लिए दिनभर भारी मशक्कत करनी पड़ी। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, महाराष्ट्र आदि प्रदेशों की गाड़ियों का डायवर्जन करछना की ओर होने से यह स्थिति उत्पन्न हो गई। साथ ही संगम स्नान करने के लिए लोगों का जुनून देखते बन रहा था। लोग हर हाल में कुंभ में संगम स्नान का पुण्य प्राप्त करने के लिए कृतसंकल्पित नजर आ रहे हैं। उधर, स्थानीय साधुकूटी चौराहे पर सड़क की पटरियों पर लगी फल की दुकान से भी जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।