प्यार होना और प्यार का खो जाना, दोनों ही अलग अहसास हैं, लेकिन दोनों को बयान करना उतना ही मुश्किल होता है। जब अल्फ़ाज़ कम पड़ जाते हैं, तो शायरी दिल की गहराइयों को छूने का सबसे बेहतरीन जरिया बन जाती है। यहां मुनव्वर फारूकी की कुछ शानदार शायरियां हैं, जिन्हें आप अपने स्टेटस पर लगा सकते हैं या अपने पार्टनर के साथ शेयर कर सकते हैं।
1. मोहब्बत की रौशनी
अब नहीं है हम चिरागों के मोहताज,
उसकी आंखें महफिलें रोशन करती हैं।
मैं किताबें फिर से अलमारी में रख आया हूं,
सुना है वो बा-कमाल इंसान पढ़ती है।
2. मायूसी के रंग
हर जगह बड़े मायूस से चेहरे नजर आ रहे हैं,
लगता है अब उसने सजना बंद कर दिया है।
3. मंजिल की राह
कुछ रास्ता लिख देगा,
कुछ मैं लिख दूंगा,
वो लिखते जाएंगे मुश्किल,
मैं मंजिल लिख दूंगा।
4. हुस्न का जादू
कितना दिल दुखाओगे, बस करो,
ये काला काजल लगाना बस करो।
अगर जुल्फें खुली किसी ने देख लीं,
मर जाएंगे कई, सुनो बाल बांध लो।
5. इश्क की पहचान
मैं फरेब से फरेब कर लूं,
तेरे बाद खुद को कैद कर लूं।
तुझे भी इश्क था मेरी इस लिखाई से,
क्या खूबी को अब मैं ऐब कर लूं?
6. अधूरी मोहब्बत
बिन बताए उसने क्यों ये दूरी कर दी,
बिछड़कर उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी।
मेरे मुकद्दर में ग़म आए तो क्या हुआ,
ख़ुदा ने उसकी ख़्वाहिश तो पूरी कर दी।
7. इश्क की परीक्षा
आसान सा कुछ करना होता तो पहाड़ तोड़ लेते,
हम तो कमबख्त इश्क करना था।
8. चांदनी रातों का किस्सा
वो राज की तरह मेरी बातों में था,
जुगनू जैसे मेरी काली रातों में था।
किस्सा क्या सुनाऊ तुम्हें कल रात का,
सितारों की भीड़ में, वो चांद मेरे हाथों में था।
9. मोहब्बत की जुदाई
वो मुझे दूर करने की ज़िद लिए बैठा है,
साथ चलना नहीं, मंज़िल का वादा कर बैठा है।
मुझे मोहब्बत है समंदर की उन लहरों से,
और मेरा महबूब पहाड़ों को दिल दिए बैठा है।
10. मुस्कान का जादू
वो जुल्फों से दिन में रातें करती है,
उनकी आंखें ताउम्र के वादे करती हैं।
भरती है आहें हमारी आवाज़ को छूकर,
वो बस मुस्कुरा के बरसातें करती है।
11. तन्हाई की रातें
सिरहाना खाली, मुझे याद तेरी आ रही है,
भूख मर चुकी है, फिकर तेरी खा रही है।