मुंबई: अभिनेत्री से साध्वी बनीं ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया है।
कुछ दिन पहले ऐसी खबरें आई थीं कि उन्हें महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से आचार्य महामंडलेश्वर का पद भी छीन लिया गया।
अब ममता कुलकर्णी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए अपने इस्तीफे का ऐलान किया है। उन्होंने इस वीडियो में कहा है कि मैं पच्चीस साल से नन हूं और मैं सिर्फ नन ही रहना चाहती हूं। मुझे महामंडलेश्वर की उपाधि दिए जाने के कारण दोनों अखाड़ों के बीच जो विवाद उत्पन्न हुआ है। हालांकि मुझे यह पद पच्चीस साल की तपस्या के बाद मिला है, फिर भी कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है। इसके अलावा, मैंने पच्चीस साल पहले बॉलीवुड छोड़ दिया था और मैं खुद से ही अलग हो गई थी। कोई और इतने सालों तक बॉलीवुड या मेकअप से कैसे दूर रह सकता है?
इस शीर्षक के लिए करोड़ों रुपए देने की बात से इनकार करते हुए ममता ने कहा कि उनसे दो लाख रुपए मांगे गए थे। उस कमरे में तीन-चार महामंडलेश्वर और तीन-चार जगद्गुरु भी थे। जब मैंने कहा कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं तो लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मुझे दो लाख रुपये दिए। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा के विरुद्ध जाकर मुझे यह उपाधि दी गई, लेकिन अब मां चंडी ने संकेत दिया है कि मुझे इन सब से बाहर निकल जाना चाहिए।