हरिद्वार, 25 फरवरी: भारतीय किसान यूनियन (किसान सभा) के प्रदेश प्रभारी देववृत धामा के नेतृत्व में संगठन के विशाल सदस्यता अभियान के तहत रविवार शाम लंढौरा में सदस्यता समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया और यूनियन की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर इब्ने हसन को यूनियन का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
फूल-मालाओं और नारों के साथ हुआ स्वागत
कार्यक्रम में ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों और नारों के साथ यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारियों का स्वागत किया। बड़ी संख्या में किसानों ने देववृत धामा के नेतृत्व को स्वीकारते हुए संगठन की सदस्यता ली। धामा ने इस अवसर पर कहा कि संगठन पिछले कई महीनों से नए जिला अध्यक्ष की जांच-पड़ताल कर रहा था और पाया कि इब्ने हसन एक ईमानदार, कर्मठ और संघर्षशील युवा हैं।

सरकार की नीतियों पर निशाना
सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेताओं ने किसानों के हक और अधिकारों पर बात की और भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जनविरोधी है, विशेष रूप से दलित और पिछड़ा विरोधी मानसिकता रखती है। सरकार की योजनाएँ मेहनतकश किसानों और मजदूरों के खिलाफ रही हैं। निजीकरण के नाम पर सरकारी संस्थानों का बंटवारा किया जा रहा है, स्कूलों को बंद किया जा रहा है और उनके बजट को मेलों में खर्च किया जा रहा है।
नवनियुक्त जिला अध्यक्ष का संकल्प
इब्ने हसन ने जिला अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालते हुए किसानों को आश्वासन दिया कि भारतीय किसान यूनियन (किसान सभा) हर समय उनके साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने वादा किया कि जिस विश्वास के साथ उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह उस पर पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करेंगे।
इस समारोह में यूनियन के वरिष्ठ नेता, किसान प्रतिनिधि और स्थानीय ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने और संगठन को मजबूत करने का संकल्प लिया।