वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और कुछ अन्य नेताओं ने शिरोमणि अकाली दल में दरार का संकेत देते हुए अकाल तख्त और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदारों की बर्खास्तगी की शनिवार को कड़ी निंदा की।
इस बयान पर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मजीठिया पर पार्टी नेता सुखबीर सिंह बादल की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया।
मजीठिया शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के दो जत्थेदारों को हटाने के फैसले पर सवाल उठाने वाले पहले वरिष्ठ शिअद नेता हैं।
एसजीपीसी ने शुक्रवार को ज्ञानी रघबीर सिंह को अकाल तख्त के जत्थेदार के पद से और ज्ञानी सुल्तान सिंह को तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार के पद से हटा दिया था।
मजीठिया और कुछ अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया ऐसे समय में महत्वपूर्ण है, जब बागी पार्टी नेताओं ने एसजीपीसी पर बादल के नेतृत्व वाले शिअद नेताओं के एक वर्ग के इशारे पर जत्थेदारों को हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
मजीठिया के रिश्तेदार बादल ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।