लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ट्वीट पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण और खेदजनक है कि कांग्रेस और राहुल गांधी सहित इसके वरिष्ठतम नेतृत्व ने अक्सर हमारे सशस्त्र बलों की बातों को अनदेखा करना और इसके बजाय सवाल उठाना चुना है। कांग्रेस पर वार करते हुए कोहली ने कहा कि उन्होंने सबूत मांगे और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए। उन्होंने बालाकोट पर सवाल उठाए। अब वे ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं।
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नलिन कोहली ने कहा कि यह कांग्रेस और राहुल गांधी को तय करना है कि उन्हें किस पर अधिक भरोसा है। क्या उन्हें भारत सरकार की बातों पर भरोसा है या वे पाकिस्तान में कही गई बातों पर विश्वास करते हैं और भारत सरकार से वही सवाल पूछते हैं? यह वास्तव में उन्हें बताना है कि वे किस तरफ हैं, वे किसके लिए ये सवाल पूछ रहे हैं और इससे उन्हें क्या हासिल होने की उम्मीद है। शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि जब युद्ध का समय होता है, तो पूरा देश एकजुट हो जाता है और सशस्त्र बलों का समर्थन करता है।
श्रीकांत शिंदे ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी देशभक्ति से ज़्यादा राजनीति करने में रुचि रखते हैं। एक तरफ़ पूरा देश एकजुट है और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है, वहीं दूसरी तरफ़ राहुल गांधी जैसे लोग सशस्त्र बलों का मनोबल गिरा रहे हैं। मुझे लगता है कि राजनीति से ऊपर उठकर देश के लिए सोचना ज़रूरी है। वे अपने सांसद शशि थरूर द्वारा सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने पर आपत्ति कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में जब पूरे विपक्ष को एक साथ आना चाहिए, कांग्रेस का ऐसा रुख़ बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
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इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर पर फिर से सवाल उठाए और आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने कितने विमान खोए, इस पर वे चुप हैं। उन्होंने कहा कि देश को सच्चाई जानने का हक है। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “विदेश मंत्री जयशंकर की चुप्पी सिर्फ़ बयानबाजी नहीं है, बल्कि यह निंदनीय है। इसलिए मैं फिर से पूछूंगा: हमने कितने भारतीय विमान खो दिए, क्योंकि पाकिस्तान को पता था? यह कोई चूक नहीं थी। यह एक अपराध था। और देश को सच्चाई जानने का हक है।”