विदेश मंत्री एस जयशंकर ने नीदरलैंड की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान कहा कि यदि सीमा पार से आतंकवादी हमले जारी रहे तो पाकिस्तान को परिणाम भुगतने होंगे। एएनाई ते अनुसार विदेश मंत्री जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले का जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व के विचार कट्टर धार्मिक हैं। उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद का निश्चित अंत चाहते हैं। इसलिए हमारा संदेश है: हां, युद्ध विराम ने फिलहाल एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाइयों को समाप्त कर दिया है, लेकिन अगर पाकिस्तान से आतंकवादी हमले जारी रहे, तो इसके परिणाम भुगतने होंगे। पाकिस्तानियों को यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए।
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विदेश मंत्री जयशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह नीदरलैंड में थे, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य आदान-प्रदान के कारण अपनी नियोजित राजकीय यात्रा रद्द कर दी थी। इस यात्रा में आर्थिक सहयोग और आतंकवाद-रोधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया, साथ ही इस साल के अंत में पीएम मोदी की पुनर्निर्धारित यात्रा के लिए तैयारी संबंधी चर्चाएँ भी की गईं। चर्चा किए गए द्विपक्षीय मुद्दों में पाकिस्तान को डच हथियारों की आपूर्ति शामिल थी, जिसे पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मार्च में डच रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकेलमैन्स के साथ दिल्ली में उठाया था।
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जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत भविष्य में पहलगाम जैसे किसी भी आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में आतंकवादियों पर फिर से हमला करेगा। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि ऑपरेशन सिंदूर समाप्त नहीं हुआ है। नीदरलैंड के प्रसारक ‘एनओएस’ को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि सरकार इस बात को लेकर पूरी तरह स्पष्ट है कि यदि ऐसा कोई हमला होता है, तो जवाब दिया जाएगा।” जयशंकर नीदरलैंड, डेनमार्क और जर्मनी के दौरे के तहत नीदरलैंड के हेग शहर में थे। उन्होंने कहा, यह अभियान जारी है क्योंकि इसमें एक स्पष्ट संदेश है – कि अगर 22 अप्रैल जैसी हरकतें फिर होती हैं तो इनका जवाब दिया जाएगा, हम आतंकवादियों पर हमला करेंगे।