छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गुरुवार को माओवादी विरोधी अभियान के दौरान सीआरपीएफ के एक कोबरा कमांडो और एक नक्सली की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि जिले के तुमरेल गांव में अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि अभियान का नेतृत्व सीआरपीएफ की कोबरा की 210वीं बटालियन कर रही है और इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस डीआरजी और एसटीएफ के जवान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अपुष्ट जानकारी के अनुसार एक कोबरा कमांडो भी घायल हुआ है।
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अधिकारियों ने बताया कि घायलों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर को लगाया गया है। कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की विशेष जंगल युद्ध इकाई है, जो वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों में इन अभियानों के लिए अग्रणी बल है।
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प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के महासचिव बसवराजू उन 26 माओवादियों में शामिल था जिसे इस अभियान के दौरान मार गिराया गया। यह हाल के वर्षों में माओवाद विरोधी सबसे प्रभावशाली सफलताओं में से एक है। लगभग 70 वर्षीय बसव राजू भारत के सबसे वांछित माओवादी नेताओं में से एक थे, जिनके सिर पर 1.5 करोड़ रुपये का इनाम था। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के जियान्नापेटा गांव के मूल निवासी था। उसने वारंगल में क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज (आरईसी) से बीटेक की डिग्री हासिल की थी।