Sunday, October 5, 2025
spot_img
Homeराष्ट्रीयअस्पताल में एडमिट सत्यपाल मलिक, लिखा- स्थिति बहुत गंभीर, बात करने की...

अस्पताल में एडमिट सत्यपाल मलिक, लिखा- स्थिति बहुत गंभीर, बात करने की हालत में नहीं हूं, CBI ने दाखिल किया था चार्जशीट

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार, 22 मई को किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और पांच अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। एजेंसी ने तीन साल की जांच के बाद एक विशेष अदालत को अपने निष्कर्ष सौंपे। यह आरोपपत्र इस साल 22 फरवरी को मलिक के घर और अन्य संपत्तियों पर सीबीआई की छापेमारी के बाद दाखिल किया गया है। इस बीच, मलिक गंभीर रूप से बीमार हैं और बुधवार को उनका डायलिसिस शुरू हो गया।
 

इसे भी पढ़ें: Kiru Hydro Electric Project: सत्यपाल मलिक के खिलाफ CBI की चार्जशीट, 5 अन्य के भी नाम शामिल

वहीं, सत्यपाल मलिक ने एक्स पर लिखा कि नमस्कार साथियों। मेरे बहुत से शुभचिंतकों के फ़ोन आ रहे हैं जिन्हें उठाने में मैं असमर्थ हूं। अभी मेरी हालत बहुत खराब है मैं किसी से भी बात करने की हालत में नहीं हूं। 11 मई से राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हू। संक्रमण की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था। अब स्थिति बहुत गंभीर है और पिछले तीन दिनों से किडनी डायलिसिस की जा रही है। उनके मैनेजर केएस राणा ने बताया कि मलिक को 11 मई को डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे पेशाब करने में असमर्थ हैं और उन्हें गैस की शिकायत है। 
राणा के मुताबिक 14 मई को किए गए कल्चर टेस्ट में गंभीर मूत्र संक्रमण और किडनी की खराबी की पुष्टि हुई। कल से उनकी स्थिति और खराब हो गई है और अब उनकी किडनी बिल्कुल भी काम नहीं कर रही है। वे फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं और बेहोशी की हालत में अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इससे पहले गुरुवार को सीबीआई ने पूर्व राज्यसभा सांसद के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के लिए लगभग 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्य ठेके दिए गए थे। 
 

इसे भी पढ़ें: बिहार: सीबीआई ने रिश्वत लेने के आरोप में केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य को गिरफ्तार किया

हालांकि, उनके करीबी सूत्रों ने मामले में उनकी संलिप्तता से इनकार किया है और इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताया है। मलिक, जो पहले जम्मू-कश्मीर और गोवा सहित कई राज्यों के राज्यपाल के रूप में कार्य कर चुके हैं, अक्सर सार्वजनिक अखंडता और राष्ट्रीय हित के मामलों पर मुखर रहे हैं। उनके बिगड़ते स्वास्थ्य ने कई राजनीतिक और नागरिक समाज के नेताओं की प्रतिक्रियाओं को प्रेरित किया है, जो उनकी चिकित्सा और कानूनी स्थितियों दोनों पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments