मगनभाई पटेल की अध्यक्षता में अहमदाबाद में दो अलग-अलग स्थानों पर सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। हाल ही में हर साल की तरह अहमदाबाद के वटवा क्षेत्र में ५५० से अधिक विकलांग सदस्योंवाले विकलांग सहायता केंद्र के पेट्रन चेरमेन मगनभाई पटेल की अध्यक्षता में सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हर साल की तरह वे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और १५ हिंदू एव मुस्लिम नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया जो विकलांग एव विधवाओं के बच्चे थे जो आर्थिक रूप से सामान्य थे।
हमारे देश में ब्राह्मण, पटेल, वणिक, क्षत्रिय और अन्य समुदायों द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाता है। देश के दूरदराज के इलाकों में विकर सेक्शन एव आदिवासी समुदाय के लोगों द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता या कॉर्पोरेट कंपनियों के CSR फंड के बगैर बहुत ही सरलता से किया जाता है। जबकि देश का धनीक वर्ग दिखावे के लिए विवाह समारोहों पर आवश्यकता से अधिक खर्च करता है,विकलांग सहायता केंद्र देश का एकमात्र ऐसा संगठन है जो पिछले १० वर्षों से सर्वधर्म सामूहिक विवाहों का आयोजन कर रहा है।

पिछले वर्ष इस सामूहिक विवाह में २१ दिव्यांग जोड़ोंने भाग लिया था। दिव्यांग भाई-बहनों का यह संगठन हर वर्ष दिव्यांगों के लिए अनेक सेवा कार्य करता है, जिसके मुख्यदाता मगनभाई पटेल होते हैं। इस वर्ष आयोजित सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह में लगभग १५ दिव्यांग नवदम्पतियों को मगनभाई पटेलने उनके नए जीवन की शुरुआत के लिए आशीर्वाद दिया। इस विवाह समारोह में हिंदू जोड़े का विवाह ब्राह्मण द्वारा हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार कराया गया और मुस्लिम दूल्हा-दुल्हन का काजी द्वारा निकाह पढ़ाकर इस्लामी रीति-रिवाजों के अनुसार पंजीकरण के साथ कराया गया।
विकलांग सहायक केंद्र के प्रमुख बाबूभाई साबूवाला के अथाग प्रयासों से यह समारोह सम्पन्न हुआ। इस विवाह समारोह में लगभग १००० लोग थे जिनके लिए संस्था द्वारा कड़ी धुप में सुंदर मंडप के निचे सभी के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी। इस विवाह समारोह में प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को ६०,००० रुपये तक का उपहार भी दिया गया। जिस में स्टील की अलमारी, डबल बेड, गद्दा, चादर, तकिया, कंबल, सीलिंग फैन, बाथरूम सेट, डिनर सेट (३२ बर्तन), प्लास्टिक कंटेनर सेट, बाउल सेट, २ कुर्सियां,ट्राइपॉड,सब्जी कटर सेट और दुल्हन के लिए एक बगसरा सेट शामिल था,जिसमें बालियां,हार,अंगूठी,कंगन और अन्य जरूरी ज्वलरी शामिल थी।
यहां बताना आवश्यक है कि इस संस्था द्वारा संचालित सभी सेवा गतिविधियां मगनभाई पटेल के वित्तीय सहयोग एवं मार्गदर्शन से संचालित होती हैं तथा वे सभी कार्यक्रमों में अध्यक्ष के रूप में उपस्थित होकर आवश्यक मार्गदर्शन एवं सुझाव देते हैं। यह संस्था हर वर्ष विश्व विकलांग दिवस भी मनाता है, जिसमें विकलांग एवं दृष्टिबाधित भाई-बहनों द्वारा गीत-संगीत कार्यक्रम,अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों द्वारा हास्य कार्यक्रम आदि शामिल होते हैं। हर साल यह संस्था रमजान के पवित्र महीने के दौरान विकलांग लोगों को खाद्य किट वितरित करता है। इसके अलावा दिवाली जैसे त्यौहारों पर यह संस्था विकलांग बच्चों को कपड़े और मिठाइयां देकर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करता है। यह संस्था हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक के रूप में एक दिवसीय यात्रा का भी आयोजन करता है, जिसके अंतर्गत पिछले वर्ष “विकलांगों की दो धाम यात्रा” का भी आयोजन किया गया था। हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ यह यात्रा गुजरात में पहली बार आयोजित की गई थी। यह एक दिवसीय धार्मिक यात्रा उमिया माताजी मंदिर, ऊंझा और मीरा अली दातार तक थी। इस धार्मिक यात्रा में हिन्दू समुदाय के २५ तथा मुस्लिम समुदाय के २५ दिव्यांग सदस्यों ने भाग लिया था।

यहां उल्लेखनीय है कि मगनभाई पटेल उमिया माताजी मंदिर ट्रस्ट,ऊंझा के ट्रस्टी हैं इसलिए मंदिर ट्रस्टने व्हीलचेयर पर आनेवाले दिव्यांग तीर्थयात्रियों के लिए दर्शन से लेकर भोजन तक की सारी व्यवस्था की।
विकलांग सहायता केंद्र द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जियोन ग्रुप के एमडी अंकुरभाई भालोदिया, जैन महावीर आश्रम के ट्रस्टी जिग्नेशभाई शाह, सेवानिवृत्त डीवाईएसपी-आईपीएस तरुणकुमार ए. बारोट, रणछोड़रायजी मंदिर, वटवा के रणछोड़दासजी महाराज, हालार मेमन जमात के अध्यक्ष अब्दुल कादिरभाई मेमन, विश्वभारती स्कूल के निदेशक और अल-अमीन अस्पताल के चेयरमैन हजरत मोइनुद्दीन बुराहनुद्दीन चिश्ती, कालू सैयद दरगाह के निजाम बापू व अन्य उपस्थित थे, जबकि अतिथि विशेष के रूप में कोना फुटवियर के डीलर अल्ताफभाई सिंधी, के.जी.एन पेट्रोलियम के हाजी मुन्नाभाई सिंधी एव अन्य सभी गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे और उन्होंने सभी जोड़ों को बधाई दी। इसके अलावा काजी हाफिज शाकिर,जिन्हें पूरा कुरान कंठस्थ है,उन्होंने नमाज अदा कराई और मुस्लिम रीति-रिवाज अनुसार विवाह समारोह संपन्न कराया।
समस्त गोविंदिया परिवार द्वारा २०वां सामूहिक विवाह समारोह, गांव: वनानिया, ता. साणंद, जिला- अहमदाबाद जिला।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गोविंदया परिवार (विकर सेक्शन) द्वारा २०वां सामूहिक विवाह समारोह दिनांक १०.५.२०२५ को अहमदाबाद से ४५ किलोमीटर दूर साणंद तालुका के नल सरोवर के करीब आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि एवं मुख्य दानदाता के रूप में शाम सेवा फाउंडेशन के चेयरमैन एवं सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज के प्रमुख मगनभाई पटेल भीषण गर्मी में भी उपस्थित रहे तथा आठ नवदंपत्तियों को सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिया।
यहां उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि मगनभाई पटेल हर साल इस क्षेत्र में नल सरोवर से करीब २० की.मि दूरदराज के गांवों में शैक्षणिक गतिविधिया जैसे स्कूल किट का वितरण,सामूहिक विवाह,पिकनिक,चिकित्सा शिविर जैसी स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों का आयोजन करते रहते हैं। अहमदाबाद के अस्पतालों में ग्रामीण क्षेत्रों के रोगियों के इलाज के लिए सभी वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं। यह क्षेत्र बहुत अविकसित है क्योंकि यहां की भूमि लवणीय है और मानसून के मौसम में केवल एक ही फसल उगाई जा सकती है, इसलिए यहां के परिवारों की आर्थिक स्थिति बहुत नाजुक है। हालांकि, असंतुलित भूमि पर एक सुंदर मंडप बनाया गया और सामूहिक विवाह महोत्सव का खूबसूरती से आयोजन किया गया।
इस सामूहिक विवाह में मगनभाई पटेल का आमंत्रितों द्वारा ढोल-नगाड़ों के साथ बड़े हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया, जिसमें समस्त ग्रामवासी शामिल हुए। इस शुभ अवसर पर मगनभाई पटेलने सभी आठ बेटियों को शादी का जोड़ा,साड़ियां एव अन्य घरेलू जरूरत की चीजें खरीदने के लिए व्यक्तिगत रूप से आर्थिक सहायता प्रदान की।
इस कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मगनभाई पटेलने कहा कि आप लोग खेती के साथ-साथ व्यवसाय करेंगे तो निश्चित आगे बढ़ पाएंगे और विकास होगा,अगर आप I.T.I.से कोई अच्छा कोर्स करते हैं और नौकरी पाते हैं तो आप निश्चित रूप से आगे बढ़ पाएंगे। I.T.I. के अलावा आप आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं। शिक्षा व्यवस्था के अभाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की कोई संभावना नहीं है।
इस सामूहिक विवाह समारोह को आर्थिक सहयोग प्रदान करके सफल बनाने के लिए मगनभाई पटेल को विवाह समारोह के के आयोजक पुनाभाई कोली पटेल, सरपंच बूटाभाई कोडाभाई कोली पटेल तथा पूर्व सरपंच विपुलभाई कांतिभाई कोली पटेलने मगनभाई पटेल को कुमकुम तिलक लगाकर शॉल देकर धन्यवाद दिया, जिसका उपस्थित लगभग ३०० से ४०० ग्रामीणोंने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। इस अवसर पर अशोक महाराजने मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक रीति-रिवाज से सभी नवदंपत्तियों का विवाह संपन्न कराया।