संसद का बजट सत्र शुरू हो चुका है, और 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। हर साल की तरह इस बार भी मिडिल क्लास की नजरें इस बजट पर टिकी हैं, क्योंकि बढ़ती महंगाई के बीच राहत की उम्मीद हर किसी को है।
बजट में अक्सर कुछ प्रोडक्ट्स पर टैक्स बढ़ा दिया जाता है या इंपोर्ट ड्यूटी लागू कर दी जाती है, जिससे वे महंगे हो जाते हैं। वहीं, कुछ सेक्टर्स को राहत देने के लिए टैक्स कम किया जाता है, जिससे प्रोडक्ट्स की कीमत घटती है। आइए जानते हैं, इस बार बजट 2025 में किन चीजों के सस्ते या महंगे होने की संभावना है।
क्या पेट्रोल और डीजल सस्ता होगा?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत हर आम आदमी की सबसे बड़ी उम्मीद होती है।
पिछले साल सरकार ने एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय को ₹1.19 ट्रिलियन का बजट दिया था।
हालांकि, पेट्रोलियम सब्सिडी में कटौती की गई थी, जिससे आम जनता को कोई खास राहत नहीं मिली।
कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) ने सरकार से पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग की है।
अगर सरकार इस पर सहमति देती है, तो पेट्रोल और डीजल सस्ते हो सकते हैं। इसके अलावा, यदि सरकार इन्हें GST के दायरे में लाने का ऐलान करती है, तो पूरे देश में ईंधन के दाम समान हो सकते हैं।
क्या दवाइयों की कीमतों में होगी कमी?
पिछले बजट में सरकार ने कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली तीन दवाओं पर सीमा शुल्क में छूट दी थी।
इस बार उम्मीद की जा रही है कि सरकार गंभीर बीमारियों की दवाओं पर टैक्स में और राहत दे सकती है।
अगर ऐसा होता है, तो कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और अन्य बीमारियों की दवाएं सस्ती हो सकती हैं।
सरकार का यह कदम हेल्थकेयर सेक्टर और आम जनता दोनों के लिए फायदेमंद होगा।
मोबाइल और चार्जर होंगे सस्ते?
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है, और सरकार लगातार इसे बढ़ावा दे रही है।
पिछले बजट में मोबाइल और चार्जर पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 15% कर दी गई थी, जिससे इनकी कीमतों में गिरावट आई थी।
सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के लिए ₹15,500 करोड़ का बजट दिया था और सेमीकंडक्टर्स और मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया गया था।
अगर इस बार सरकार मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर टैक्स कम करती है, तो मोबाइल और चार्जर के दाम और गिर सकते हैं।
बजट 2025 में किन सेक्टर्स पर होगा फोकस?
इस बार के बजट में महंगाई, रोजगार और आर्थिक विकास पर सबसे ज्यादा फोकस होने की संभावना है।
रेलवे और एविएशन सेक्टर:
- सरकार रेलवे के लिए बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की घोषणा कर सकती है।
- एयरपोर्ट और एविएशन सेक्टर में निवेश बढ़ाने की उम्मीद है।
हेल्थकेयर और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर:
- सरकार हेल्थ सेक्टर में अधिक बजट आवंटित कर सकती है।
- मेडिकल ट्रीटमेंट को सस्ता बनाने पर जोर दिया जा सकता है।
डेटा सेंटर और टेक सेक्टर:
- डिजिटल इंडिया अभियान को और तेज करने के लिए डेटा सेंटर और IT सेक्टर में निवेश की संभावना है।