मुंबई पुलिस ने उद्यमी सुशील केडिया के वर्ली स्थित कार्यालय में कथित रूप से तोड़फोड़ करने के आरोप में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कम से कम पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि यह घटना महाराष्ट्र में चल रहे मराठी भाषा विवाद के बीच मनसे और उसके प्रमुख राज ठाकरे के बारे में केडिया की विवादास्पद टिप्पणी से जुड़ी है। सुशील केडिया ने स्पष्ट किया कि उनकी पिछली टिप्पणियाँ मानसिक तनाव में की गई थीं और उनका उद्देश्य किसी को ठेस पहुँचाना नहीं था। उन्होंने कहा कि मैंने तनाव के दौरान गलत मानसिक स्थिति में ट्वीट किया था… अब विवाद को हवा देने के लिए इसका दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि गैर-मराठी भाषियों को निशाना बनाए जाने के बाद उन्होंने ज़रूरत से ज़्यादा प्रतिक्रिया व्यक्त की।
इसे भी पढ़ें: ठाकरे ब्रदर्स की सभा पर सीएम फडणवीस का पलटवार, बोले- विजयी सभा की जगह रुदाली भाषण हुआ
केडिया ने राज ठाकरे की हिंदुत्व और राष्ट्रवाद की मजबूत वकालत के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने मराठी भाषा को बढ़ावा देने के लिए और अधिक उत्साहजनक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया और कहा कि अगर लोगों को डर के बजाय समर्थन दिया जाए तो वे इसे सीखने के लिए अधिक इच्छुक होंगे। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भाषा के मुद्दे पर ठाणे के एक दुकानदार पर कथित हमले की कड़ी निंदा की। बिहार में बोलते हुए उन्होंने भारतीयों के बीच भाषा, क्षेत्र या धर्म के आधार पर बढ़ते विभाजन की निंदा की और आपसी सम्मान और एकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
इसे भी पढ़ें: हम साथ आए हैं, साथ ही रहेंगे…मुंबई की रैली में गरजे उद्धव, कहा- हिंदी थोपना बर्दाश्त नहीं
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठी भाषा को बढ़ावा देने के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि महायुति सरकार आम नागरिकों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगी।