जदयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह सावन के महीने में मटन भोज का आयोजन कर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। इस पर राजद-कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और सनातन धर्म का हवाला देकर केंद्र और बिहार सरकार पर निशाना साधा है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी अब कहेगी कि यह ‘पुण्य’ है कि ललन सिंह उनके लोगों और कार्यकर्ताओं को मटन खिला रहे हैं, क्योंकि वह उनके सहयोगी और केंद्रीय मंत्री हैं। वे अब कुछ नहीं कहेंगे। जब पीएम कल यहां आएंगे, तो मुझे उम्मीद है कि वह ललन सिंह पर बोलेंगे, कि वह सावन में मटन खिला रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: अप्रैल-जून में किसान खाली रहते, इसलिए… बिहार में बढ़ते क्राइम पर यह क्या बोल गए एडीजी कुंदन कृष्णन
इस मटन पार्टी का वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस ने लिखा, “सावन के महीने में मोदी-नीतीश की मटन पार्टी! धर्म के ठेकेदारों, डूब मरो।” पार्टी ने लिखा कहां हक्खो हो भाजपा वालों, ललन बाबू के सावन वाला मटन चांपेलहों कि नै? अजी मुंगेर के कुत्ते–बिल्लियों का की हकों हाल, कहीं इ बार भी कम तो नहीं हो गेलो? बुधवार (16 जुलाई) को ललन सिंह ने लखीसराय के सूर्यगढ़ा में 472 करोड़ रुपये की सड़क और पुल निर्माण परियोजनाओं के शिलान्यास के अवसर पर एक रैली आयोजित की थी। इस मटन भोज में हज़ारों लोग शामिल हुए।
इसे भी पढ़ें: आतंकवादी पहलगाम कैसे पहुँचे? ओवैसी बोले- बिहार में बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के बारे में पता है तो…
भोज की घोषणा करते हुए, ललन सिंह ने बताया कि खाना तैयार है और इसे एक बेहतरीन भोजन बताया। ललन सिंह के हवाले से बताया, “सावन के लिए भी व्यवस्था है – सावन का खाना तो है ही, साथ ही जो लोग सावन नहीं मनाते उनके लिए भी व्यवस्था है।” बिहार में मटन पर राजनीति कोई नई बात नहीं है। पिछले साल सावन के महीने में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मटन बनाकर खिलाया था, जिस पर खूब विवाद हुआ था। इसके अलावा, लोकसभा चुनाव के दौरान भी राजद नेता तेजस्वी यादव का नवरात्रि में मछली खाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। हालाँकि, उस समय एनडीए नेताओं ने इसे सनातन विरोधी कृत्य बताते हुए इस पर हमला बोला था।