तमिलनाडु में डीएमके के उप महासचिव और सांसद त्रिची शिवा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता के कामराज पर की गई टिप्पणी के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। उनकी इस टिप्पणी की सभी राजनीतिक दलों ने आलोचना की है और अंततः मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को सार्वजनिक रूप से हस्तक्षेप करना पड़ा। डीएमके के दिग्गज नेता एम करुणानिधि और कामराज के बीच संबंधों पर प्रकाश डालने वाले एक भाषण में त्रिची शिवा ने कहा कि करुणानिधि ने मुख्यमंत्री रहते हुए कामराज के ठहरने के स्थानों पर एयर कंडीशनर लगाने का आदेश दिया था, क्योंकि कथित तौर पर कांग्रेस नेता को एयर कंडीशनर से एलर्जी थी। शिवा ने कहा कि भले ही वे विरोधी दलों में थे, फिर भी उन्होंने (करुणानिधि ने) ऐसा करने का आदेश दिया था।
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उन्होंने आपातकाल के दौरान की घटनाओं का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि कामराज को गिरफ़्तार करने की कोशिशें की गईं, जो उस समय तिरुपति जाना चाहते थे। शिवा ने कहा, “लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय से सूचना मिली कि उन्हें न जाने के लिए कहा गया। कामराज ने जवाब दिया कि वह कांग्रेस के हैं, डीएमके के नहीं और उन्हें आदेश नहीं दिया जा सकता। उन्होंने आगे कहा कि करुणानिधि ने स्पष्ट किया था कि वह डीएमके नेता के तौर पर नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री के तौर पर बोल रहे थे। शिवा के अनुसार, बाद में कामराज को एहसास हुआ और मृत्यु से पहले उन्होंने उनका (करुणानिधि का) हाथ थाम लिया और कहा कि उन्हें देश और लोकतंत्र को बचाना चाहिए।
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इस टिप्पणी पर कांग्रेस सांसद जोथिमणि ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि भाई थिरु त्रिची शिवा का यह दावा कि कामराज बिना एयर-कंडीशन्ड कमरे के नहीं सोएंगे, सच्चाई से पूरी तरह उलट है। इसे हमारे नेता कामराज के खिलाफ राजनीतिक द्वेष से अतीत में फैलाए गए मिथकों की निरंतरता के रूप में देखा जाना चाहिए।