प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में 5000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया। इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक इस्पात नगरी होने के नाते, दुर्गापुर भारत की जनशक्ति का केंद्र भी है। देश के विकास में दुर्गापुर की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये विकास परियोजनाएं कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी और इस्पात नगरी की पहचान को मजबूत करेंगी।
इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में हुई झड़प पर एक्शन में स्पीकर, लिया गया यह बड़ा निर्णय
मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में विकसित भारत के संकल्प की चर्चा है। इसके पीछे भारत में दिख रहे वो बदलाव हैं जिन पर विकसित भारत की इमारत का निर्माण हो रहा है। इन बदलावों का एक बड़ा पहलू भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर है। मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में रेल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए बहुत काम किया गया है। पश्चिम बंगाल देश के उन राज्यों में से एक है जहाँ वंदे भारत ट्रेनें बड़ी संख्या में चलाई जा रही हैं। कोलकाता मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है। रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। आज पश्चिम बंगाल को दो नए रेलवे ओवरब्रिज समर्पित किए गए हैं
इसे भी पढ़ें: 2026 में केजरीवाल जैसा होगा ममता बनर्जी का हाल? बंगाल के दरवाजे पर दस्तक देती कह रही बीजेपी- हमारा भी वक्त आ गया है
प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि हमें 2047 तक भारत को विकसित बनाना है। हमारा रास्ता है- विकास से सशक्तिकरण, रोजगार से आत्मनिर्भरता, संवेदनशीलता से सुशासन। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश में गैस कनेक्टिविटी पर बहुत काम हुआ है। पिछले एक दशक में, हर घर तक LPG पहुँची है और दुनिया ने इसकी सराहना की है। हमने वन नेशन, वन गैस विजन पर काम किया और प्रधानमंत्री ऊर्जा योजना बनाई। इसके तहत, पश्चिम बंगाल सहित, भारत के छह पूर्वी राज्यों में पाइपलाइन बिछाई जा रही है।