Saturday, March 15, 2025
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आदिवासी क्षेत्र के विकास कार्य धनाभाव में कभी अवरुद्ध नहीं होंगे : भूपेन्द्र पटेल

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आहवा, 15 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को डांग जिला मुख्यालय आहवा में राज्यस्तरीय जनजातीय गौरव दिवस पर 102.87 करोड़ रुपये के लगभग 37 विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने लगभग 548 लाभार्थियों को अनुमानित 234 करोड़ के योजनागत लाभों का वितरण भी किया। आदिजाति बहुल डांग में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर वंदन करते हुए उपस्थित सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले आदिवासी समुदाय स्वतंत्रता के बाद दशकों तक विकास से वंचित रहे थे। आज आदिजाति विकास में गुजरात अग्रसर है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वनबंधु कल्याण योजना की शुरुआत करवा कर आदिजाति समुदाय के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केन्द्रित किया था। दस सूत्री आधारित इस योजना के अंतर्गत रोड कनेक्टिविटी, स्थानीय स्तर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी की व्यवस्था की गई है। वनबंधु कल्याण योजना से बेटियों की शिक्षा का स्तर सुधरा है तथा आदिजाति समुदाय में साक्षरता की दर बढ़ी है। अब आदिजाति क्षेत्र में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज सहित उच्च शिक्षा की सुविधाएं मिल रही हैं। वलसाड, दाहोद, बनासकांठा, गोधरा (पंचमहाल) सहित आठ मेडिकल कॉलेज आदिजाति क्षेत्रों में हैं।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि आदिजाति क्षेत्र के विकास कार्य धनाभाव में कभी अवरुद्ध नहीं होंगे। जनजातीय सशक्तीकरण के माध्यम से विकसित भारत का संकल्प साकार होगा। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि वे विकसित गुजरात से विकसित भारत बनाने के लिए कटिबद्ध हों। पटेल ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत देश के 63 हजार से अधिक आदिवासी गांवों के पांच करोड़ से अधिक वनबंधुओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य है। पहली बार ऐसी कल्याणकारी योजना अंतर्गत शत प्रतिशत जनजातीय समुदाय को लाने का लक्ष्य इस अभियान में रखा गया है। कार्यक्रम में आदिजाति विकास मंत्री डॉ. कुबेरभाई डिंडोर और अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

डॉ. डिंडोर ने भगवान बिरसा मुंडा के योगदान पर प्रकाश डालते हुए इस जनजातीय गौरव दिवस पर राज्यव्यापी आयोजन की रूपरेखा दी। उन्होंने कहा कि आदिजाति समाज को गुमराह करने वाले तत्वों के विरुद्ध सनातन हिन्दू संस्कृति के जतन-संवर्धन के लिए योगदान देने वाले, अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले लोगों का इतिहास साक्षी है। विजयभाई पटेल ने डांग की जल समस्या के स्थायी निवारण के लिए दिए गए प्रोजेक्ट सहित जिले को मिले श्रृंखलाबद्ध विकास कार्यों की झांकी प्रस्तुत की।

प्रधानमंत्री की उपस्थिति में बिहार स्थित जमुई में आयोजित राष्ट्री स्तर के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी आहवा में सभी ने दृश्य-श्राव्य माध्यम से देखा। मुख्यमंत्री व महानुभावों ने वलसाड-डांग के सांसद धवलभाई पटेल द्वारा लिखित मोदी विद ट्राइबल्स पुस्तक का अनावरण किया। जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए विकास रथ को भी महानुभावों ने प्रस्थान कराया। योजनाओं के लाभार्थियों ने मंच से अपनी साफल्य गाथा प्रस्तुत की।

कार्यक्रम के आरंभ में राज्य के आदिजाति विकास आयुक्त सुप्रीत सिंह गुलाटी ने महानुभावों का स्वागत किया, जबकि अंत में डांग जिला कलेक्टर महेश पटेल ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में वलसाड-डांग के सांसद तथा लोकसभा के सचेतक धवलभाई पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष निर्मलाबेन गाइन, राजवी, धार्मिक अग्रणी, जनप्रतिनिधि, आदिजाति समाज के अग्रणी, आदिजाति विभाग के अपर मुख्य सचिव जेपी गुप्ता, केन्द्र सरकार के नोडल अधिकारी प्रदीप सिंह, जिला विकास अधिकारी राज सुधार, जिला पुलिस अधीक्षक यशपाल जगाणिया तथा बड़ी संख्या में आदिजाति परिवार उपस्थित रहे।

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