गाज़ा में मानवीय संकट गहराता जा रहा है, रिपोर्टों के अनुसार पिछले 24 घंटों में खाद्य वितरण केंद्रों तक पहुँचने की कोशिश करते हुए 91 फ़िलिस्तीनी मारे गए। गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इज़राइली बलों पर मानवीय सहायता प्राप्त करने की कोशिश कर रहे नागरिकों पर जानबूझकर गोली चलाने का आरोप लगाया है। जिकिम क्रॉसिंग पर यह दिल दहला देने वाली घटना ऐसे समय हुई है जब अमेरिका के मध्य-पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर बात करने इजरायल पहुंचे हैं।
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गाजा के शिफा अस्पताल और सिविल डिफेंस एजेंसी के अनुसार, ये लोग उस काफिले को रोकने की कोशिश कर रहे थे जो मानवीय सहायता लेकर उत्तरी गाजा के भंडारण केंद्रों की ओर बढ़ रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही लोगों ने देखा कि कुछ लोग ट्रक से सामान लूट रहे हैं, भूखे लोग दौड़ पड़े, तभी इस्राइली सेना ने गोलीबारी कर दी। हालांकि, इस्राइली सेना ने सिर्फ ‘चेतावनी के लिए गोली चलाने’ की बात मानी है और कहा है कि उसे किसी मौत की जानकारी नहीं है।
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इस बीच, अमेरिकी दूत विटकॉफ ने यरुशलम में प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात कर गाजा में मानवीय हालात पर चर्चा की। डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन के तहत विटकॉफ लंबे समय से हमास और इस्राइल के बीच मध्यस्थता की कोशिशों में जुटे हैं। गाजा में करीब 22 महीने से जारी जंग में अब तक 60 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र समर्थित एजेंसियों ने चेताया है कि इलाके में अकाल की स्थिति बन रही है। नेतन्याहू ने इन रिपोर्टों को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया कहा है।