पीएम मोदी और पुतिन को अपना पक्का दोस्त बोलने वाले डोनाल्ड ट्रंप अब मोदी और पुतिन से ही डरने लगे हैं। डर भी छोटा मोटा नहीं है। डर ऐसा है कि ट्रंप अजीब अजीब हरकते करने लगे हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट जारी हुई जिसमें बताया गया कि पुतिन की अपने देश में अप्रूवल रेटिंग 86 प्रतिशत है। यानी 86 प्रतिशत रूसियों को पुतिन पर अभी भी भरोसा है। ये पुतिन की ताकत है। इसके बाद एक और लिस्ट जारी हुई जिसमें पुतिन को छोड़कर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं के नाम बताए गए। इस लिस्ट में पीएम मोदी 75 प्रतिशत की अप्रूवल रेटिंग के साथ नंबर वन पर रहे। यानी 75 प्रतिशत भारतीय लोगों को पीएम मोदी पर भरोसा है। ये मोदी की ताकत है। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप तब घबरा गए जब उनकी अप्रूवल रेटिंग सिर्फ 44 प्रतिशत रही। मोदी नंबर वन पर थे तो डोनाल्ड ट्रंप आठवें नंबर पर आए।
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ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप इतना डर गए कि उन्होंने पीएम मोदी और पुतिन को धमकियां देनी शुरू कर दी। लोकप्रियता के भूखे डोनाल्ड ट्रंप ने अपने प्रेस सचिव से एक ऐसा ऐलान कराया जिसे सुनकर उनका डर साफ झलकता प्रतीत होता है। ये आई तो डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ करने के लिए थी। लेकिन इसके बयान से साबित हो गया कि डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी और पुतिन से कितना डरते हैं। व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट मीडिया के सवालों का जवाब देती हैं। डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी प्रशासन के फैसलों के बारे में दुनिया को बताती हैं। लेकिन इस बार डोनाल्ड ट्रंप की छवि को बचाने के लिए कैरोलिन लीविट ने ऐसा ऐलान कर दिया। जिसे सुनकर भारत रूस समेत पूरी दुनिया हंस रही है। खुद अमेरिकी लोग भी हंस रहे हैं। कैरोलिन लीविट ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम सब मिलकर डोनाल्ड ट्रंप को शांति का नोबेल पुरस्कार दिलवाए। क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने हर महीने औसतन एक जंग रुकवाई है।
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व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने दावा किया कि ट्रंप ने दुनिया भर के कई संघर्ष क्षेत्रों में कई शांति समझौते और युद्धविराम करवाए हैं। उन्होंने कहा कि ये शांति समझौते औसतन हर महीने एक होते हैं और उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की मांग दोहराई। लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ने अब थाईलैंड और कंबोडिया, इज़राइल और ईरान, रवांडा और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, भारत और पाकिस्तान, सर्बिया और कोसोवो, और मिस्र और इथियोपिया के बीच संघर्ष समाप्त कर दिया है। इसका मतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने छह महीने के कार्यकाल के दौरान औसतन हर महीने लगभग एक शांति समझौता या युद्धविराम करवाया है। अब समय आ गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाए।
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ट्रम्प ने बार-बार भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को रोकने का श्रेय लिया है, क्योंकि नई दिल्ली ने आतंकी ढाँचे पर सटीक हमलों के बाद इस्लामाबाद की आक्रामकता का प्रभावी ढंग से जवाब दिया था। हालाँकि, भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों का खंडन किया और अपनी नीति दोहराई कि भारत और पाकिस्तान केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर से संबंधित किसी भी मामले को द्विपक्षीय रूप से सुलझाएँगे।