कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वह राजा नहीं बनना चाहते और इसकी अवधारणा के ही खिलाफ हैं। उन्होंने यह बात “संवैधानिक चुनौतियाँ: परिप्रेक्ष्य और रास्ते” विषय पर एक दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही। जैसे ही उन्होंने अपना संबोधन शुरू किया, विज्ञान भवन हॉल में मौजूद समर्थकों ने “इस देश का राजा कैसा हो, राहुल गांधी जैसा हो” के नारे लगाने शुरू कर दिये। इस पर, गांधी ने जवाब दिया, “नहीं बॉस, मैं राजा नहीं हूं। राजा बनाना भी नहीं चाहता हूं। मैं राजा के खिलाफ हूं, अवधारणा के भी खिलाफ हूं।”
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वहीं, सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया पिछले लोकसभा चुनाव में करीब 100 सीट पर धांधली हुई है और अगर इनमें से 15 सीट पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो नरेन्द्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री नहीं होते। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस के विधि, मानवाधिकार और आरटीआई विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय विधिक सम्मेलन में इस बात को फिर से दोहराया कि कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता सूची में हेरफेर के जो सबूत मिले हैं, वो एटम बम की तरह हैं।
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उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में इसका सबूत दिया जाएगा कि कैसे लोकसभा चुनाव में धांधली हुई। उनके नए दावे पर निर्वाचन आयोग की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आज (नरेन्द्र मोदी) प्रधानमंत्री पद पर बहुत ही साधारण बहुमत के साथ हैं। हमारा मानना है कि (लोकसभा चुनाव में) 70,80 या 100 सीट तक पर धांधली हुई है। यदि 15 सीट पर भी धांधली नहीं हुई होती, तो वह (मोदी) भारत के प्रधानमंत्री नहीं होते।
#WATCH | Delhi: “Main Raja nahi hoon. Raja banna bhi nahi chahta hoon. Main Raja ke concept ke against hoon.” says Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi, responding to ‘Desh ka Raja kaisa Ho, Rahul Gandhi jaisa ho’ slogans raised at the Annual Legal Conclave- 2025 pic.twitter.com/M31iJ6uJg4
— ANI (@ANI) August 2, 2025