अमेठी में करीब 36 घंटे तक आतंक का पर्याय रहे एक तेंदुए की संदिग्ध परिस्थितियों में शनिवार देर रात मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार तेंदुए की भले सुलतान शहीद स्मारक थाना क्षेत्र के नेवादा गांव में शनिवार रात मौत हुई लेकिन ऐसा संदेह है कि तेंदुए को ग्रामीणों ने मारा है।
मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के भैदपुर गांव के तीन लोग तेंदुए के हमले में घायल हो गए थे जिसमें से दो का इलाज सुल्तानपुर जिला अस्पताल में और एक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएससी) मुसाफिरखाना में उपचार जारी है।
वन विभाग, पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने तेंदुए को पकड़ने के लिए ग्रामीणों की मदद से करीब 36 घंटे अभियान संचालित किया लेकिन उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली, फिर शनिवार रात नेवादा में तेंदुए की मौत हो गई।
मुसाफिरखाना के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) अभिनव कनौजिया ने बताया कि तेंदुए की मौत हो चुकी है और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा की तेंदुए की मौत कैसे हुई।
मुसाफिरखाना थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) विवेक सिंह ने बताया कि तेंदुआ नेवादा में मारा गया है।
उन्होंने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक रात में तेंदुए ने भैंस के बछड़े पर हमला कर दिया था और इस दौरान भैंस का पैर तेंदुए पर पड़ने से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।