अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया भर में संघर्षों को सुलझाने का श्रेय लिया, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव भी शामिल है। 10 मई से, ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि उन्होंने कथित तौर पर वाशिंगटन की मध्यस्थता से हुई बातचीत के बाद दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसियों के बीच पूर्ण और तत्काल युद्धविराम कराने में मदद की। हालांकि, भारत ने युद्धविराम में किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को बार-बार खारिज किया है और कहा है कि किसी भी विदेशी नेता ने भारत से अपने सैन्य अभियान रोकने के लिए नहीं कहा।
इसे भी पढ़ें: ‘यूक्रेन जंग में रूस की फंडिंग कर रहा भारत’, ट्रंप के करीबी सलाहकार ने लगाया बड़ा आरोप
ट्रम्प के नवीनतम दावे व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट के उस बयान के तुरंत बाद आए हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम सहित दुनिया भर में शांति समझौते कराने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं। ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर रेडियो होस्ट और लेखिका शारलेमेन द गॉड की आलोचना करते हुए एक पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा कि शारलेमेन ट्रंप की उपलब्धियों के बारे में कुछ नहीं जानतीं, जिसमें पाँच युद्धों का अंत भी शामिल है, जैसे कि कांगो गणराज्य और रवांडा के बीच 31 साल पुराना संघर्ष, जिसमें 70 लाख लोग मारे गए थे।
ट्रंप ने आगे कहा, “उन्हें यह सब नहीं पता था, न ही भारत और पाकिस्तान के बारे में, न ही ईरान की परमाणु क्षमताओं को खत्म करने के बारे में, न ही भयावह खुली सीमा को बंद करने के बारे में, न ही सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के बारे में।” एक दिन पहले ही ट्रंप ने ‘न्यूज़मैक्स’ पर एक साक्षात्कार में कहा था कि उन्होंने बहुत सारे युद्धों को खत्म कराया है। ट्रंप ने कहा, अगर आप हाल में हुई घटनाओं पर नज़र डालें, तो पाएंगे कि हमने कई मामलों को सुलझाया है… कई बेहद गंभीर युद्ध खत्म कराए हैं… इनमें से एक युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच था, जिसमें परमाणु टकराव की आशंका थी।”
इसे भी पढ़ें: तो इस वजह से Donald Trump ने लगाया भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ… Stephen Miller ने भारत के लिए बोली तीखा बात
राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने थाईलैंड और कंबोडिया के साथ-साथ कांगो और रवांडा के बीच संघर्ष को भी सुलझाया है। ट्रंप ने कहा, “मैंने उस मामले को सुलझाया। और मैंने इसे व्यापार के जरिए सुलझाया। मैंने कई ऐसे मामलों को व्यापार की मदद से सुलझाया। मैंने कहा, ‘सुनो, आप लोग लड़ सकते हो, जितना चाहे लड़ो, लेकिन हम कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे।’’ उन्होंने कहा, “अचानक वे लोग युद्ध रोक देते हैं। मैंने कई युद्ध सुलझाए हैं। मुझे लगता है कि मैंने औसतन हर महीने लगभग एक युद्ध को समाप्त कराया है। और इस तरह हम लाखों जानें बचा रहे हैं।