भारत की बेहतरीन पहलवानों में शामिल विनेश फोगाट आज यानी की 25 अगस्त को अपना 31वां जन्मदिन मना रही हैं। बता दें कि विनेश फोगाट अपनी चचेरी बहनों गीता फोगाट और बबीता फोगाट के नक्शेकदम पर चलते हुए कुश्ती को बतौर करियर चुना। विनेश फोगाट के चाचा महावीर सिंह फोगाट ने इस खेल से उनका परिचय कराया था। तीन बार की ओलंपियन विनेश फोगाट का ओलंपिक सफर काफी दुख भरा रहा है। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर विनेश फोगाट के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और परिवार
हरियाणा के चरखी दादरी गांव में 25 अगस्त 1994 को विनेश फोगाट का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम राजपाल फोगाट और मां का नाम प्रेमलता फोगाट है। विनेश फोगाट पहलवानों के परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वहीं उनके चाचा महावीर फोगाट ने उनको कुश्ती के लिए प्रशिक्षित किया था।
करियर
बता दें कि विनेश फोगाट तीन बार ओलंपियन रही हैं। उनके पास कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन स्वर्ण, वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक और एशियन गेम्स और एशियन चैंपियनशिप में एक-एक स्वर्ण पदक है। उन्होंने साल 2024 के ओलंपिक में इतिहास रचा था। विनेश फोगाट 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर बनी थीं। उसके बाद जो हुआ, वह पूरे विश्व ने देखा था।
सामाजिक बाधाओं को किया पार
जब विनेश फोगाट ने कुश्ती की शुरूआत की थी, तो उस समय गीता राष्ट्रीय मंच पर अपना नाम बना रही थीं। इस दौरान उनको कई सामाजिक बाधाओं और असफलताओं का सामना करना पड़ा। विनेश फोगाट को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा, जोकि कुश्ती को पुरुषों का खेल मानते थे। महज 9 साल की उम्र में विनेश फोगाट ने अपने पिता को खो दिया था। लेकिन विनेश फोगाट ने कभी हार नहीं मानी। वहीं साल 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल मेडल जीकर पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता।
उपलब्धियां
साल 2014 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड
साल 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड
साल 2018 में एशियन गेम्स गोल्ड मेडल जीता
साल2019 में एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य जीता
साल 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य
साल 2022 में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कांस्य जीता
साल 2022 में बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड जीता
इसके बाद विनेश फोगाट अपने पहले ओलंपिक अनुभव की तरफ बढ़ीं। उन्होंने साल 2016 में इस्तांबुल में अपना ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट जीत रियो के लिए क्वालिफाई किया। विनेश फोगाट ओलंपिक के लिए बहुत उत्साहित थीं, लेकिन क्वार्टरफाइनल में पहुंचने के बाद उनका देश के लिए पदक जीतने का सपना टूट गया।
दरअसल, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सुन यानान का सामना करने के दौरान विनेश का दाहिना घुटना मुड़ गया। इसके बाद उनको मैट से स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया। इस चोट के कारण ऐसा लगने लगा था कि विनेश फोगाट का करियर खत्म हो गया है। लेकिन डेढ़ साल तक कुश्ती से दूर रहने के बाद विनेश फोगाट ने फिर वापसी करते हुए दुनिया को चौंकाया।